झाबुआ 29 जुलाई 2024। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय से प्रदेश में अति वर्षा, बाढ़ व जलभराव की स्थिति की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बांधों से पानी छोड़ें, तो प्रभावित होने वाले जिलों को अलर्ट करें। तैराक दल भी ऐसे स्थानों पर उपलब्ध रहें। लोक निर्माण विभाग ऐसे पुल-पुलियों की जानकारी संकलित करे, जहां दुर्घटनाएं पूर्व में हुई हैं, ऐसे रपटे और पुल पर सुरक्षा व्यवस्था हो। पानी का भराव हो तो लोगों को न जाने दें। मुख्यमंत्री द्वारा समस्त जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए है कि बाढ़ संवेदनशील क्षेत्रों का पूर्व आकलन और राहत कैंप की तैयारी सुनिश्चित करे। वर्षा और पूर्वानुमान के संबंध में मौसम विभाग की जानकारी देखते रहे। बाढ़ उन्मुख नदियों के लेवल पर निगरानी रखें। नदी और बांध के स्तर पर लगातार निगरानी रखें। बांध के गेट खोलने की सूचना पर्याप्त समय पूर्व ही डाउन स्ट्रीम के जिलों को दे। बारिश का पूर्वानुमान देखकर, निचली बस्तियों में रहने वालों को समय से ही सतर्क करें और आवश्यकता अनुसार राहत कैंप में शिफ्ट करें। जिन रपटों/पल पर पानी बह रहा है वहां तत्काल बेरिकेट लगाएं और ड्यूटी लगाई। किसी भी स्थिति में इन रपटों और पुल पर किसी को पार न करने दे। सभी विभाग DWRS पोर्टल पर जानकारी लगातार अपडेट करें। राहत की राशि तत्काल पर अधिकतम तीन दिवस में विपरीत करें। आकाशीय बिजली से मृत्यु और पुल से बहाने से रोकने के लिए पर्याप्त जागरूकता करें। आपदा की स्थिति की समय से जानकारी राहत आयुक्त और प्रमुख सचिव गृह को दे। बाढ़ के पूर्व सूचना एवं प्रचार प्रसार की समुचित व्यवस्था करें। इस दौरान जिले से कलेक्टर नेहा मीना, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेंद्र सिंह चौहान, अपर कलेक्टर श्री एस एस मुजाल्दा, एसडीओपी झाबुआ एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहें।