झाबुआ

शारदा विद्या मंदिर में पैरेंट्स ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन** **नए विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ विद्यालय के संवाद का नया अध्याय**

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शारदा विद्या मंदिर में पैरेंट्स ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन**
**नए विद्यार्थियों के अभिभावकों के साथ विद्यालय के संवाद का नया अध्याय**
आज शारदा विद्या मंदिर में नए प्रवेशित विद्यार्थियों के अभिभावकों के लिए एक भव्य अभिभावक अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को विद्यालय की शैक्षणिक दृष्टि, गतिविधियों और नीतियों से अवगत कराना था, ताकि वे अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जो भारतीय संस्कृति में ज्ञान और प्रकाश का प्रतीक है। इसके बाद उप प्राचार्य मकरंद आचार्य ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए विद्यालय के उद्देश्यों और अभिभावकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अभिभावकों और शिक्षकों के बीच समन्वय से ही बच्चों का सम्पूर्ण विकास संभव है।
विद्यालय के अकादमिक समन्वयक नेहा आचार्य, प्राची चौहान, निशा झाला और राकेश शाह ने अपने-अपने सेक्शन में होने वाली विविध गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों में सृजनात्मकता, तार्किक सोच और टीमवर्क की भावना को बढ़ावा देना है। साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से बच्चों के अध्ययन और आचरण के प्रति अपनी अपेक्षाओं को भी साझा किया।
प्राचार्या दीप शिखा तिवारी ने सभी शिक्षकों को बच्चों की सुरक्षा और उनके भविष्य निर्माण में सहायक होने की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान देने वाले नहीं, बल्कि बच्चों के जीवन के मार्गदर्शक भी होते हैं। संस्था संचालिका किरण शर्मा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय और घर मिलकर ही बच्चों का सम्पूर्ण विकास कर सकते हैं। उन्होंने अभिभावकों को बच्चों के प्रति सकारात्मक और सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर बच्चो ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसने सभी को एकता और देशभक्ति के भाव से ओत-प्रोत कर दिया। इसके पश्चात, सभी अभिभावकों ने बच्चों द्वारा लगाई गई विज्ञान, गणित और कला की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी ने बच्चों की सृजनात्मकता और उनकी मेहनत को बखूबी प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अंत में पौधरोपण का आयोजन किया गया, जिसमें अभिभावकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम का संचालन मारिया खंगेम्बम ने बड़ी कुशलता से किया, जिससे कार्यक्रम में अनुशासन और ऊर्जा बनी रही।
यह कार्यक्रम विद्यालय और अभिभावकों के बीच संवाद और सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। शारदा विद्या मंदिर का यह प्रयास न केवल विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास को प्रोत्साहित करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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