श्री जैन के 22 वर्षो के कार्यकाल मे नगर विकास क़ी प्रथम पंक्ति मे पंहुचा- पप्पू बारिया प्रभारी सीएमओ.
थांदला (वत्सल आचार्य की खबर)
नगर परिषद थांदला के लोक प्रिय प्रभारी सीएमओ का स्थानांतरण होने पर विदाई समारोह में कर्मचारियों की आंखों में आंसू देखे गए।वही वरिष्ठ पार्षद समर्थ उपाध्याय ने कहा कि शीतलजी से हमें बहुत कुछ सीखने को मिला उनकी कार्यशैली से नगर ऊंचाइयों पर पहुंचा है। सीएमओ शीतल जैन का जिले के ही मेघनगर स्थानांतरण हो गया है। स्थानांतरण हो जाने पर उनके सम्मान मे नगर परिषद सभाकक्ष में समस्त स्टाफ गणमान्य नागरिक गण के द्वारा विदाई सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। विदाई सम्मान समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ पार्षद एवं पूर्व मण्डल अध्यक्ष समर्थ उपाध्याय के आतिथ्य मे संपन्न हुवा इस मौके पर आयोजित सम्मान सह विदाई समारोह में शाल, श्रीफल भेट कर शीतल जैन का स्वागत सम्मान किया गया. बिदाई समारोह को सम्बोधित करते हुवे श्री उपाध्याय ने कहा क़ी वर्षो से नगर परिषद मे पदस्थ शीतल ज़ी के कार्यकाल क़ी सराहना करते हुवे उनके दीर्घायु एवं सुखमय जीवन क़ी कामना क़ी विदाई समारोह मे बतौर मुख्य अतिथि के रूप मे नव नियुक्त प्रभारी सीएमओ पप्पू बारिया ने कहा क़ी पिछले 22 वर्षो से अधिक समय तक शीतलजी ने इस नगर क़ी सेवा कर के नगर मे विकास के नये आयाम स्थापित किये है जैन साहेब से हमें बहुत कुछ सिखने को मिला है उनकी कार्यशेली से नगर उचाईयो पर पंहुचा है. बिदाई समारोह मे प्रभारी सीएमओ शीतल जैन ने कहा क़ी अधिकारियो, कर्मचारियों से मिले सम्मान से मे अभिभूत हु आप सभी अपनी नैतिक ज़िम्मेदारीयों का निर्वाह करते हुवे नगर परिषद को अपनी कार्यशेली से आगे बढ़ावे और शासन द्वारा संचालित योजनाओं को नगरीय क्षेत्र मे पहुंचाने का कार्य करें. क्योंकि अच्छे कार्य करने वाले को हमेशा प्रशंसा मिलती है श्री जैन ने कहा क़ी थांदला क़ी धरा को वो ज़िन्दगी भर नहीं भूल पावेगे. बिदाई समारोह मे कार्यक्रम के दौरान सभी क़ी आंखे नम थी वही महिला कर्मचारी के आँखों से अश्रु धरा बह रही थी. गरिमामय कार्यक्रम मे ओम नागर, विजय गिरी, यसदीप अरोरा, निलेश नागर, गोराँक सिँह राठौर,अमित त्रिवेदी, धनजी राणा, कन्नू भगोरा, गोलू चारेल, धार्मिक आचार्य, टीटिया देवदा, पीटर, बदिया, कालू मामा, रायमल, दिलीप, रमेश भाई, रादू, मनीष, हिना शेख, उर्मिला प्रजापत, एतरी गरवाल, सुनीता मैडम सहित परिषद के कर्मचारी मौजूद थे