झाबुआ

कुशल प्रशासन के साथ स्त्री शिक्षा की पुरोधा रही लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर**** डॉक्टर के के त्रिवेदी

Published

on

कुशल प्रशासन के साथ स्त्री शिक्षा की पुरोधा रही

लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर

डॉक्टर के के त्रिवेदी

भारतीय स्त्रीे शक्ति द्वारा लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की त्रिजन्म शताब्दी वर्ष महोत्सव के अंतर्गत पी.एम. श्री कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में व्याख्यान का आयोजन किया गया , जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में जिले के प्रख्यात साहित्यकार एवं इतिहास विद डॉक्टर के के त्रिवेदी ने अहिल्याबाई होलकर के जीवन के विविध संस्मरणों  व घटनाओं का विस्तृत उल्लेख करते हुए कहा कि अहिल्याबाई न्याय संगत शासन की श्रेष्ठ उदाहरण है, उन्होंने डकेतो के जीवन की भी दिशा बदल दी व उन्हें कृषि कार्य में संलग्न कर दिया।  अपने शासनकाल की मुद्रा पर स्वयं के नहीं अपितु अपने आराध्य शिव, त्रिशूल व बिली पत्र के चिन्ह अंकित किए।  पूरे देश में जहां भी भ्रमण किया वहां उनके धर्मशालाएं, मंदिर व घाटों का निर्माण किया।  वे  एक कुशल कूटनीतिज्ञ भी थी। अहिल्याबाई ने अपने एक विशाल महिला सेना  बनाकर नारी सशक्तिकरण की मिसाल कायम की।

कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। अतिथि का स्वागत स्त्री शक्ति के सदस्यों के साथ ही विद्यालय परिवार की ओर से भी किया गया ।  कार्यक्रम की भूमिका भारतीय स्त्री शक्ति की जिला अध्यक्ष  प्रवीणा माथुर ने रखी,  आभार लता देवल ने माना। कार्यक्रम का सफल संचालन संगठन की सचिव अर्चना सिसोदिया ने किया।

इस अवसर पर संगठन की उपाध्यक्ष अंजू शर्मा,  सदस्य शोभा वर्मा, रजनी पाटीदार व कमला सोलंकी के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष किरण शर्मा, संस्था की ऊर्जावान प्राचार्य सीमा त्रिवेदी,  प्रधानाध्यापक किरण श्रीवास्तव व विद्यालय के समस्त स्टाफ के साथी 1500 छात्राएं उपस्थित थी विद्यालय प्रबंधन व उनके टीमवर्क की अतिथि  ने प्रशंसा की व  भारतीय स्त्रीे शक्ति से इस प्रकार के आयोजन निरंतर करते रहने का आह्वान किया

 

 

Trending