झाबुआ – परम पूज्य आचार्य श्रीमदविजय दिव्यानंद जी म.सा की पावन प्रेरणा से दशविध यतिधर्म तप एवं वर्धमान आयंबिल पाया तप आराधको के पारणा और बहुमान कार्यक्रम का आयोजन 8 अगस्त गुरुवार को शहर के रूनवाल बाजार स्थित अणु मंगल पर भवन पर हुआ । इस पारणा कार्यक्रम में दसविध यतिधर्म तप, वर्धमान आयंबिल पाया तप आराधको के अलावा वर्धमान आयंबिल लड़ी , वर्षितप , विशस्थानक तप आराधक सहित 110 तपस्वी सम्मिलित हुए ।
परम पूज्य आचार्य श्रीमद विजय दयानंद सुरीश्वर जी म.सा के शिष्य रत्न आचार्य भगवान श्रीमद् विजय दिव्यानंद सुरीश्वर जी म.सा आदि पावनकारी मिश्रा में 20 दिवसीय दशविध यतिधर्म तप, वर्धमान आयंबिल तप अंतर्गत श्रावक श्राविकाओं के तपस्या पूर्ण करने पर बहुमान और पारणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया । वर्धमान आयंबिल तप अंतर्गत प्रथम दिन आयंबिल तप, दूसरे दिन उपवास, फिर दो दिन आयंबिल फिर उपवास , फिर तीन दिन आयंबिल फिर उपवास , इस तरह बढ़ते हुए क्रम में पांच आयंबिल और अंत में उपवास । वही दश विध यति धर्म तप अंतर्गत प्रथम दिन एकासान, अगले दिन उपवास, इस तरह 20 दिन का क्रम लगातार जारी रहा । यह दोनों तप 19 जुलाई को प्रारंभ हुए और 7 अगस्त को पूर्ण हुए । इस प्रकार दोनों ही तप 20 दिन में पूर्ण हुए और 8 अगस्त रविवार को सभी तपस्वी सामूहिक रूप से पारणा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए । नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ पारणा कार्यक्रम प्रारंभ हुआ । दोनों ही तपस्या में पुरुष , महिला एवं युवा वर्ग ने विशेष रूप से रुचि दिखाते हुए अपनी सहभागिता की । सर्वप्रथम चातुर्मास व्यवस्था समिति ने सभी तपस्वियों को कुमकुम लगाकर, माला पहनाकर तपस्वियों का बहुमान किया । इसके अलावा श्रावक समाज ने भी तपस्वियों का बहुमान कुमकुम और माला से किया । सकल जैन समाज के अनुयायियों ने तपस्वीयो से सुखसता पूछते हुए पारणा करवाया । पारणा में विशेष रूप से बच्चों ने अपनी माता को पारणा करवाया । वर्धमान आयंबिल तप में 15 श्रावकों ने सहभागिता की, वही दशविध यतिधर्म तप में 83 तप आराधकों ने सहभागिता की तथा दोनों ही तप आराधको ने 20 दिवसीय तपस्या पूर्ण की । तथा अन्य वर्धमान आयंबिल लड़ी, वर्षीतप आदि के करीब 15 तपसियों ने सहभागिता की । इस प्रकार करीब 110 से अधिक तप आराधको द्वारा पारणा किया गया । इस पारणा के लाभार्थी सोहनलाल, धीरेंद्र कुमार , योगेंद्र कुमार, गिरीश कुमार, वितराग, सहयोग , चिराग, देवेंद्र एवं संपूर्ण नाहर परिवार है ।