झाबुआ

आओ पता लगाए:-  कौन है वह दलाल शंकर जो अवैध रेत परिवहन के नाम पर कर रहा उगाही.……?

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झाबुआ। जिलेभर में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के अवैध रेत परिवहन और भंडारण के मामलों में परिवहन कर्ताओं के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के निर्देश के बाद भी अवैध रेत परिवहन थमने का नाम नहीं ले रहा । जिले में रेत की डिमांड ज्यादा होने के चलते इसका बड़ी मात्रा में अवैध परिवहन अलीराजपुर और गुजरात तक किया जाता है. जिले का खनिज विभाग अवैध रेत परिवहन और भंडारण के मामलों में कई बार शिकायत का इंतजार करते हैं, जिससे रेत माफियाओं पर कारवाई नहीं हो पाती और इससे इन माफियाओं के हौसले बुलंद रहते हैं । जनवरी 2020 के बाद खनिज विभाग ने अवैध रेत परिवहन और भंडारण के नाम पर ज्यादा कुछ काम नहीं किया । हालांकि लॉकडाउन के दौरान झाबुआ एसडीएम ने अवैध रेत परिवहन करने वाले कई वाहनों पर कारवाई की थी ।

जिले में रेत मुख्य रूप से छोटा उदयपुर से अलिराजपुर के रास्ते जिले में प्रवेश करती है तथा नियमानुसार उनके पास उस रेत  परिवहन का रॉयल्टी भी होना आवश्यक है । यह रेत ट्रको , डंपर, ट्रैक्टरो के माध्यम से परिवहन की जाती है लेकिन प्राय: देखने में आया है कि इन वाहन चालकों के पास इस रेत परिवहन की वैध रॉयल्टी भी नहीं होती है जिसे अवैध परिवहन कहा जाता है ।जिले भर में रेत माफिया खुलेआम रेत का अवैध परिवहन कर रहे हैं और अपनी जेबें भर रहे है । जिले के झाबुआ,थांदला, पेटलावद रामा,  राणापुर विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में यह अवैध रेत पहुंच रही है। जानकारी अनुसार इस संपूर्ण अवैध रेत परिवहन को लेकर किसी दलाल शंकर नाम के शख्स द्बारा संपादित किया जा रहा है । यदि जिले में अवैध रेत परिवहन करना है तो दलाल शंकर की सहमति जरूरी है । यदि किसी भी वाहन चालक द्वारा बिना दलाल शंकर की अनुमति के अवैध रेत परिवहन किया जाता है तो दलाल शंकर द्वारा खनिज विभाग को सूचना देकर प्रथम दृष्टया कारवाई करवाई जाती है तत्पश्चात उसे समझाईश दी जाती है ।‌ इसके अलावा भी अवैध भंडारण करने वालों को भी शंकर की अनुमति लेना जरूरी है अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहना पड़ता है इस प्रकार धीरे-धीरे जिले में दलाल शंकर अवैध रेत परिवहन का लेकर अवैध अनुमति देता है । इन सब अवैध रेत माफियाओं से दलाल शंकर द्वारा मासिक बंदी ली जाती है । यदि किसी भी अवैध रेत माफिया द्वारा शंकर को आर्थिक लाभ देने से मना किया जाता है तो शंकर द्वारा खनिज विभाग में शिकायत की जाती है । कुछ ही वर्षों में करीब 5 से अधिक वर्षों में यह दलाल शंकर अवैध रेत माफियाओं का सरगना बन गया है । खनिज विभाग की कार्रवाई के अभाव में या रेत माफिया लाखों के वारे न्यारे कर रहा है और शासन को भी राजस्व हानि पहुंचा रहा है । आओ पता लगाए :- कौन है वह दलाल शंकर , जो अवैध रेत परिवहन के नाम पर कर रहा है अवैध उगाही और भर रहा है अपनी जेबे….. ? शासन प्रशासन को चाहिए कि इस और ध्यान देकर अवैध रेत परिवहन कर रहे वाहनों को लेकर कार्रवाई करें और शासन के राजस्व में बढ़ोतरी करें ।

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