अलीराजपुर – श्रावण मास के चौथे सोमवार को मां नर्मदा कावड़ यात्रा का हुआ नगर आगमन , २५०० से अधिक कावडिय़ों ने झंडाना में मां नर्मदा का भरा जल,अपने अपने गांव की और हुए रवाना ।
आलीराजपु – सेवा भारती द्वारा 1998 में जिले में धर्म जागरण करते हुए हम सभी ग्रामीणजनो को कावड़ यात्रा के माध्यम से धर्म का ज्ञान देने का काम किया था। जिसके बाद पूरे जिले में जगह जगह से धर्म जागरण के अनेक आयोजन होते आए है। जिसका परिणाम भी हम सबको देखने को मिला है। आज आदिवासी समाज की आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हुई है इसका कारण यही है कि हम लोग सही और गलत की पहचान अच्छे से कर लेते है। गणेश स्थापना से लेकर नवरात्रि में मां दुर्गा प्रतिमा की स्थापना आज गांव गांव में होने लगी है यह सब धर्म जागरण के सतत प्रयासो के माध्यम से ही संभव हुआ है और धर्म जागरण के इसी कार्य के चलते आज हम सभी श्रावण मास के अवसर पर मां नर्मदा के तट पर पहुंचकर स्नान ध्यान कर कावड़ यात्रा का आयोजन कर रहे है यहां से हम सभी अपने अपने गांव में पहुंचकर भगवान शिव के मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। यह बात मां नर्मदा कावड़ यात्रा समिति द्वारा आयोजित कावड़ यात्रा के अवसर पर सोंडवा विकासखंड के ग्राम झंडाना में कावड़ यात्रियों को संबोधित करते हुए केबीनेट मंत्री नागरसिंह चौहान ने कहीं। मां नर्मदा कावड़ यात्रा द्वारा आयोजित इस कावड़ यात्रा में 2500 से अधिक कावडिय़े शामिल थे। इसमें सोंडवा, छकतला, वालपुर और आलीराजपुर और नानपुर क्षेत्र के ग्रामीणजन मौजूद थे। यात्रा 11 अगस्त को झंडाना से प्रारंभ हुई थी। यहां से सभी कावडिय़े मां नर्मदा का जल भरकर अपने अपने गांव की और लौट चले। आलीराजपुर नगर में पहुंची मां नर्मदा कावड़ यात्रा का विभिन्न समाजजनो द्वारा पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। कावड़ यात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होकर पंचेश्वर महादेव मंदिर पर पहुंची। जहां पर कावडिय़ों ने भगवान पंचेश्वर का जलाभिषेक कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान यात्रियों के साथ हिंदू युवा जनजाति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप चौहान भी शामिल थे ।