झाबुआ — अंकुरम परिवार ने सनातन संस्कृति एवं परंपरा को आगे बढ़ाते हुए , अपने विद्यालय में शनिवार दिनांक 23-08-24 को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया, जिसमे कई रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। कार्यक्रम की शुरुआत हमारे मुख्य अतिथि श्रीमान डॉ लोकेश जी दवे और संस्था प्राचार्य श्री मान रितेश जी लिमये थे। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए दोनों अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कान्हा जी की पूजा अर्चना की एवं माखन मिश्री का भोग लगाकर , हाथी घोड़ा पालकी…जय कन्हैया लाल की बोल कर जय घोष लगाया , हमारे मुख्य अतिथियों का स्वागत शिक्षिका ललिता नायक एवं स्वाति राठौर ने हस्तनिर्मित स्मृति चिन्ह देकर आभार व्यक्त किया।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में अंकुरम इंटरनेशनल परिवार में श्री कृष्ण की जीवन लीलाओं को झाँकी के रूप में प्रस्तुत किया गया जिसमें- कालिया मर्दन, ननद भवन, गौ शाला, कारागृह से मुक्ति और यमुना पार एवं चीर घाट का वर्णन किया गया था। विद्यार्थियों ने विशेष वेशभूषा धारण की , कुछ बच्चे कृष्ण… तो कुछ कृष्ण की परम सखी राधा ….तो कुछ बच्चे कृष्ण के बालसखा सुदामा का रूप धारण करके आये, जिन्हें देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए, इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कक्षा प्ले ग्रुप , नर्सरी से दूसरी तक के बच्चों के लिए राधा – कृष्ण फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया ,जिसमे बच्चों द्वारा कृष्ण की लीलाओं एवं नन्हे नन्हे बच्चों के मुख से श्री कृष्ण भजन सुनने को मिले, जिसमे प्ले ग्रुप से कक्षा दूसरी के लगभग 200 बच्चों ने भाग लिया, जिसका मंच संचालन शिक्षिका आँचल विश्वकर्मा एवं शिक्षिका नम्रता मिश्रा ने किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षक कक्षा नर्सरी के नन्हे -मुन्हे कलाकार रहे , जिसमे उन्होंने कृष्ण जन्म को अपने डांस एवं ड्रामा के द्वारा प्रस्तुत किया।वही कक्षा तीसरी से आठवीं तक लगभग 170 छात्रों ने अपनी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करी, जिसमे कक्षा आठवीं के दर्शिल जोशी एवं कृतिका यादव ने कृष्ण जी की जीवनी का उल्लेख किया वही दीया जैन ने भगवत गीता के श्लोक बोलकर अपनी प्रस्तुति दी ,संगीत शिक्षक आकाश जी एवं छात्रों द्वारा बहुत ही शानदार प्रस्तुति दी गई , जिससे पूरा संगीतमय वातावरण कृष्णमय हो गया , विद्यालय की छात्राओं द्वारा विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं ड्राइवर भैयाओं को राखी बांधी गई। इसी कार्यक्रम की बेला को आगे बढ़ाते हुए कक्षावार प्रश्न-उत्तर प्रतियोगिता रखी गई , जिसमे कक्षा तीसरी से पार्श्व जैन कक्षा छटवीं से विधि चौहान , कक्षा सातवीं से हंसिका भावसार विजयी रहे।शिक्षक जयेन्द्र सिंह चौहान ने कृष्ण जी की अनेक लीलाओं को बताया।
अंत मे मुख्य अतिथि डॉ दवे जी द्वारा बच्चों को बताया कि हमे अपने पर्वों को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए और वही स्कूल के प्राचार्य श्री रितेश जी लिमये ने बच्चों को यहभी बताया कि हमे यह त्यौहार क्यों मनाना चाहिए और हमे हमेशा हमारी संस्कृति से जुड़े रहना चाहिए और अपने अंदर जो भी रचनात्मकता होती है उन्हें सबके सामने प्रस्तुत करना चाहिए।इस कार्यक्रम को सभी अंकुरम परिवार ने बहुत ही उल्लास के साथ मनाया।