रतलाम 27 अगस्त 2024/संगीत के लिए साधना बहुत आवश्यक है। संगीत के क्षेत्र में भी बहुत संभावनाएं हैं। जो विद्यार्थी संगीत को जीवन में अपनाता है उसे हर क्षेत्र में सफलता मिलती है। यह मार्गदर्शन देश के प्रख्यात सारंगी वादक उस्ताद फारूक़ लतीफ ने शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम में संस्कृति मंत्रालय स्पीक मैके एवं एस आर एफ के सहयोग से आयोजित संगीत सभा में व्यक्त किए। फिल्मी दुनिया एवं शास्त्रीय संगीत की दुनिया में अपनी कला का जादू भी खेल चुके सारंगी वादक श्री फारूक लतीफ ने विद्यार्थियों के समक्ष अपना सारंगी वादन प्रस्तुत किया। उन्होंने राग चारूकेसी में सारंगी पर अपनी प्रस्तुति दी। इसके पश्चात शास्त्रीय संगीत में निबद्ध प्रमुख गीतों के माध्यम से भी विद्यार्थियों को सारंगी की उपयोगिता और इसके इतिहास से परिचित करवाया। उनके साथ तबले पर संगत देश के सुप्रसिद्ध तबला वादक मोहम्मद आसिफ ने दी। स्पीक मेंके के स्थानीय संयोजक श्री आनंद व्यास भी अवसर पर मौजूद थे। संस्था की ओर से प्राचार्य श्री गणतंत्र मेहता के मार्गदर्शन में संगीत सभा के माध्यम से विद्यार्थियों को लाभान्वित कर संस्था सदस्यों ने कलाकारों का स्वागत किया गया। विद्यार्थियों ने इस प्रस्तुति के लिए कलाकारों के प्रति आभार व्यक्त किया।
उस्ताद फारूक़ लतीफ ने इससे पूर्व सैफायर स्कूल में भी अपने प्रस्तुति दी। संस्था के संचालक श्री प्रमोद व्यास एवं संस्था सदस्यों द्वारा उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के साथी मौजूद थे।
उल्लेखनीय की वादन श्रृंखला अंतर्गत मंगलवार को प्रथम सत्र में सैफायर स्कूल में भी श्री फारूक लतीफ द्वारा प्रस्तुति दी गई। इस दौरान श्री प्रमोद व्यास, श्रीमती सुलोचना शर्मा, श्री गोपाल जोशी मौजूद रहे।