झाबुआ

संगीतमय भागवत ज्ञान गंगा सप्ताह’

Published

on

संगीतमय भागवत ज्ञान गंगा सप्ताह’
झाबुआ । श्री गोवर्धन नाथ मंदिर परिसर में दिव्य भागवत ज्ञान कथा का आयोजन मंदिर समिति द्वारा 12 सितंबर  से 18 सितंबर तक प्रतिदिन दोपहर 2.00 बजे से सायं काल 6.00 बजे तक किया जा रहा है । श्री भागवत कथा की व्यास पीठ पर सीतामऊ जिला मंदसौर निवासी शास्त्री श्री विजयकुमार जी द्विवेदी विराजित होंगे। जिनके मुखारविंद से संगीत मय भागवत ज्ञान गंगा कथा प्रवाहित होगी । सनातनी परंपरा में भागवत कथा का बड़ा महत्व है, कथा को यदि संकल्प लेकर सारे नियमों का पालन करते हुए सुना जाए तो मानव मात्र को संसार सागर से मुक्ति अर्थात मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है,!’


’कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है ,तथा मनुष्य का मन सांसारिक बातों से हटकर भगवत प्राप्ति की ओर अग्रसर होता है, जिसे भक्ति कहते हैं। और भक्ति से ही परमात्मा की शक्ति प्राप्त होती है ,तथा जन्म जन्मांतर में किए गए संपूर्ण पाप नष्ट हो जाते हैं,!’
’श्री भागवत पुराण को भगवान श्रीकृष्ण का साहित्यिक अवतार माना जाता है। श्रीमद् भागवत कथा स्वयं की प्रकृति और परम वास्तविकता के बारे में सिखाती है । श्रीमद् भागवत में भगवान के विभिन्न अवतारों का विस्तार से वर्णन आता है। परमात्मा समय-समय पर विभिन्न रूपों में प्रकट होकर पापियों राक्षसों का अंत करते हैं ,तथा पृथ्वी का भार कम करके संतो को संरक्षण देते हैं। उन्हें अभय दान देकर निर्भीक बनाते हुए पुनः धर्म की स्थापना करते हैं ,श्रीमद् भागवत कथा में भगवान के विभिन्न अवतारों की विस्तृत व्याख्या है,!’
’भगवान का एक नाम सच्चिदानंद भी है, अर्थात् परमात्मा को सच्चे दिल से अपने हृदय में बसा लेता है, उसके जीवन में सदैव आनंद ही आनंद रहता है!श्रीमद् भागवत कथा ऋषि से शापित राजा परीक्षित के मृत्यु से प्राप्त हुए भय के वियोग को योग में परिवर्तित कर देती है!’
महाराज परीक्षित संपूर्ण कथा का श्रवण कर लेते हैं, तो उन्हें मृत्यु वियोग ना होकर प्रभु से मिलने का सोपान दिखाई देती है। परम योगी शुकदेव जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा सुनकर राजा परीक्षित समाधि मे चले जाते है , और उन्हें तक्षक सर्प जब जाकर डस लेता है ,तो वह पूरी तरह भय मुक्त हो जाते हैं । अर्थात भागवत कथा वियोग से मुक्त करने की कथा है, गृहस्थ लोगों के लिए यह पाप से तारने वाली अमर कथा है ,सनातन धर्म में इसे पंचम वेद भी कहा गया है, यह भगवान का शांति गीत है,!’
’श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन श्री गोवर्धन नाथ मंदिर  समिति झाबुआ के द्वारा किया जा रहा है ,जिसमें व्यवस्था समिति के प्रभारी हरीश शाह एवं तनिष्क अरोड़ा (कान्हा )ने बताया है, कि इस पावन पुनीत ज्ञान गंगा सप्ताह में अधिक से अधिक संख्या में सनातनी भक्त पधार कर धर्म लाभ लेवे, उन्होने ठाकुर्जी के नियमित भक्तों से भी अपील की है, कि इस कथा में आपके परिचित अन्य भक्तों तक भी यह समाचार देकर उन्हें कथा से जोड़ने की कृपा करें ताकि आपको और अतिरिक्त धर्म लाभ भी प्राप्त हो सके!’

Trending