झाबुआ

कलेक्टर द्वारा रामा में  शासकीय चिकित्सालय, भवर पिपलिया, राछवा, गुलरपाड़ा एवं ग्राम झिरी का निरीक्षण किया गया

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            झाबुआ 25 सितम्बर, 2024। कलेक्टर नेहा मीना एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री जितेन्द्रसिंह चौहान द्वारा आज रामा में शासकीय चिकित्सालय, भवर पिपलिया, राछवा, गुलरपाड़ा एवं ग्राम झिरी का निरीक्षण किया गया। सिकल सेल एनीमिया हेतु लगाये गए विशेष शिविर का अवलोकन किया गया व दिव्यांगों हेतु लगाए गए युडीआईडी कार्ड के सम्बन्ध में चर्चा की गई। ग्राम भवर पिपलिया में मेड नाली पद्धति सोयाबीन एनआरसी 142 के बारे में किसानों से चर्चा कर प्रमाण पत्र वितरित किये गए। ग्राम राछवा में शासकीय प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को पढाया एवं ग्राम गुलर पाड़ा में अमरुद के बगीचे को देखा एवं उसकी आमदनी जानी। एकीकृत शासकीय हाई स्कुल झिरी का निरीक्षण के दौरान प्राचार्य अनुपस्थित पाये गए। आकस्मिक निरीक्षण कर प्राचार्य को नोटिस जारी किया गया। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान मात्र 29 बच्चे स्कूल में पाए गए।
             कलेक्टर नेहा मीना के द्वारा भ्रमण के दौरान निर्देश दिए गए कि महिलाओं को ग्राफ्टिंग, बडिंग आदि का प्रशिक्षण प्रदाय करे। कृषक श्री दिवान राठौर के यहाँ कुल 6 बीघा खेत में 5 बीघा सोयाबीन लगा रखी है एवं 1 बीघा में गिल्की, गेंदा, टमाटर, भिन्डी व बेंगन लगा रखी है, बताया गया कि पूर्व में वह गुजरात जाया करता था, बाद में उद्यान विभाग के अधिकारी ने गेंदों की खेती करने की सलाह दी व उद्यान विभाग के कृषक को आधी दर पर गेंदे के रोप प्रदाय किया गया। कृषक रजिस्टर संधारित कर सोयाबीन, गिल्की, गेंदा, टमाटर, भिन्डी व बेंगन आय व्यव का लेखा जोखा जिनको देखकर कलेक्टर द्वारा प्रसन्नता जाहिर की गई। कृषक द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा पहली बार उद्यानिकी फसल लगाई गई और यदि उससे प्रारंभिक खेती से फायदा हुआ तो वह अपनी पुरे खेत पर उद्यानिकी फसल लगायेगा।
कृषक श्री दूल्हे सिंह चौहान ने अपने यहां 2000 वर्ग मीटर आधा एकड़ में शेडनेट हाउस का निर्माण उद्योग विभाग के अनुदान पर करवाया। कृषक द्वारा बतलाया गया कि पहले वह गेहूं और सोयाबीन की खेती करता था, फिर वह उद्योग विभाग द्वारा कृषक भ्रमण पर अहमदाबाद गया जहां उसने सेड नेट हाउस में खेती को देखकर प्रोत्साहित हुआ और अपने यहां से शेडनेट बनवाया। कृषक ने अपने शेद्नेट में कुटुंबर (खीरा ककड़ी) लगवाई थी, जिसमें उसे लगभग₹50000 का खर्चा हुआ वह लगभग 2 लाख से ढाई लाख रुपए का मुनाफा हुआ। इस प्रकार उसे कल डेढ़ लाख से 2 लख रुपए का मुनाफा आधा एकड़ जमीन से हुआ।
            कृषक श्री दूल्हे सिंह भूरिया ग्राम भंवर पिपलिया द्वारा पीएमएफएमई योजना में अपने यहां आटा चक्की लगे जिसके को लागत 1 लाख 50 हजार रुपए थी कृषक द्वारा 15 हजार  से 16 हजार रुपए प्रतिमा कमाई आटा चक्की द्वारा की जा रही है वह बैंक की किस्त 4500 रुपए आ रहे हैं कृषक द्वारा बताया गया कि उसने गेंदे की खेती भी इस वर्ष पहली बार लगाई है साथ ही अभी उसने स्ट्रॉबेरी के 1000 पौधे भी बुक किए हैं जो इस बार वह अपने खेत पर लगाएगा।
             कृषक श्री विनोद गामड़ ग्राम गुलरपाड़ा के खेत पर जाकर अमरुद फलोद्यान का अवलोकन किया गया। कृषक द्वारा बताया गया कि उसने बगीचा मनरेगा योजना के अंतर्गत लगाया गया है, लगभग 280 पौधे 3 वर्ष पूर्व लगाए थे।
               इस दौरान जनपद सीईओ रामा, कृषि विभाग से एस.एस.रावत, एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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