हो जाओ तैयार, माँ अम्बे आने वाली है, सजा लो दरबार माँ अम्बे आने वाली हैं, तन, मन और जीवन हो जायेगा पावन, माँ के कदमो की आहट से गूंज उठेगा आँगन- पण्डित महेन्द्र तिवारी । 3 अक्तुबर से बसंत कालोनी में मातारानी के आगम के साथ ही घट स्थापना के साथ होगा नवरात्रोत्सव ।
हो जाओ तैयार, माँ अम्बे आने वाली है, सजा लो दरबार माँ अम्बे आने वाली हैं, तन, मन और जीवन हो जायेगा पावन, माँ के कदमो की आहट से गूंज उठेगा आँगन- पण्डित महेन्द्र तिवारी ।
3 अक्तुबर से बसंत कालोनी में मातारानी के आगम के साथ ही घट स्थापना के साथ होगा नवरात्रोत्सव ।
झाबुआ । नगर में 3 अक्तुबर से नवरात्रोत्सव प्रारंभ होने के साथ जहां माता रानी के आगम को लेकर पूरा वातावरण मातामय हो जावेूगा । रात्री में भव्य गरबो के साथ ही मातारानी की आरती के साथ विभिन्न कार्यक्रमों के साथ पूरा नगर सराबोर हो जावेगा । इसी कडी में वार्ड नम्बर 10 के पार्षद पण्डित महेन्द्र तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि गरबा मंडल बसंत कॉलोनी द्वारा भव्य रूप में नवरात्रोत्सव मनाने की पूरी तैयारिया हो चुकी तथा 9 दिवसीय कार्यक्रम का अन्तिम रूप दे दिया गया है । उन्होने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वार्ड क्रमांक 10 स्थित बसंत कॉलोनी में मां दुर्गा का 7 वें वर्ष का आगमन होने जा रहा है हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सभी को मिलकर मां अंबे मां की मूर्ति की घट स्थापना की जावेगी ।
गरबा मंडल बसंत कॉलोनी में मातारानी की घट स्थापना 3 अक्तुबर को सायंुकाल 5 बजे शुभ मुहर्त में वैदिकम मंत्रो के साथ घट स्थापना की जावेगी । नवरात्री अवधि में प्रतिदिन प्रातः 8 बजे एवं सायंकाल 09 बजे माता दुर्गाजी की महा मंगल आरती होगी । 11 अक्तुबर को महायज्ञ एवं जागरण का कार्यक्रम होगा । 12 अक्तुबर को महानवमी के दिन प्रातः 5 बजे बेंड बाजों के साथ दुर्गा माता की प्रतिमा का विधि विधान से विसर्जन किया जावेगा । उन्होने नगरवासियों एवं वार्ड की धर्मप्राण जनता से आव्हान किया है कि 3 अक्तुबर को सभी धर्मप्रेमी जनता मातारानी के स्वागत एवं आराधना के लिये अवश्य ही सहभागी होकर धर्मलाभ लेवें ।
श्री तिवारी ने बताया कि बसंत कालोनी में नचरात्रोत्सव में मातारानी के नव स्वरुपों पहली शैलपुत्री, दूसरी ब्रह्मचारिणी, तीसरी चंद्रघंटा, चैथी कूष्मांडाए, पांचवी स्कंध माता, छठी कात्यायिनी, सातवीं कालरात्रि, आठवीं महागौरी और नौवीं सिद्धिदात्री। मां दुर्गा के इन नौ स्वरूपों कमी प्रतिदिन पूजा आराधना होगी ।