झाबुआ – नगर मे अकल्पनीय घटना सामने आई प्रत्यक्ष दर्शि द्वारा बताया गया की सिद्धेश्वर कॉलोनी मे गरबा स्थल पर एक बालिका आई और शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित गरबा कार्यक्रम चल रहा था की वह लड़की भी सभी के साथ गरबा करने लगी एवं गरबा स्थान पर एक जगह जाकर बैठ गईं , तब वहा उपस्थित लोगो ने उस लड़की से पूछा की तुम कौन हो तो वह लड़की बोलने लगी की आप लोग यहां तस्वीर रख गरबा क्यों करते हो यहां स्वयं माता विराजमान है , यह सुन सब दंग रह गए और उस लड़की की बात मान कर खुदाई करने लगे , करीब रात 12 बजे उसी स्थान से माँ अंबे की मूर्ति निकली यह देख वहा खडे आम – जन जिसमे कई महिलाए तो मूर्ति देख अपने आंसू नहीं रोक पाई , यह खबर पुरे नगर मे फेल गईं , वहा मौजूद भक्तो ने माँ की मूर्ति का पूजन किया , फिर सभी ने उस लड़की को ढूँढा तो वह लड़की वहा उपस्थित नहीं पाई गईं , वहा मौजूद लोग कहते है की वह माता का रूप थी , वो स्थान बताकर अदृश्य हो गईं , आज सुबह से उक्त मूर्ति के दर्शन करने नगर वासी पहुंच रहे है , जमीन से निकली माँ अंबे की मूर्ति पत्थर की है ।