झाबुआ पुलिस कि नाक के निचे मेघनगर मे करोडो कि ड्रग्स जिले के बाहर कि टीम ने आकर पकडी तो झाबुआ पुलिस सिर्फ शराब और रेत के सप्लाई करने वालो से बन्दी मै लगी रही यह अलग बात है मेघनगर झाबुआ से 1,68 की करोड ड्रग पकडाई पर कितने करोडो कि बिक चुकी होगी इसका हिसाब किसी के पास नही है
ऐसा ही पेट्रोल की तस्करी मै हो रहा है
पेट्रोल अत्यन्त ज्वलनशील पदार्थ है जरा-सी चिंगारी से आग पकड़ लेती है ऐसे कई हादसे हो चुके है जिसमे एक हादसा पेटलावद का भी है जो पुरे देश मै बहुचर्चित रहा है प्रशासन को उससे भी सिख लेना चाहिए
क्या लाईसेंसधारीयो के लिए ही सारे नियम कायदे-कानून बने है छोटी छोटी दुकानो पर खुलेआम पेट्रोल बोतलबंद बिक रहा है जिनको जिले के अधिकारीगण अनदेखी कर रहे है जो किमतो से 20 रूपये अधिक मै बेच रहे है जिनको कोई जीएसटी नही भरना पडता है खुल्ले आम टेक्स चोरी हो रही है
बार्डर पर क्यो मजबूर है खाकी
बार्डर मै पुलिस की नाके बन्दी होने के बाद भी पुलिस के सामने ग्रामीण क्षेत्र के लोग बडी आसानी से मोटरसाइकिल के दोनो तरफ पेट्रोल से भरी केनो को टाॅग कर निकल जाते है पर पुलिस क्यो अनदेखा कर रही है कही हादसे का इन्तज़ार तो नही कर रही है झाबुआ मै वरिष्ठ अधिकारीगण प्रत्येक थाने और चौकी से दिन भर की जानकारी प्राप्त करते है फिर भी बडी विडंबना है शायद खुल्ले मै पेट्रोल बिकना उनकी जानकारी मै नही है