RATLAM

रतलाम जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन

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रतलाम 28 अक्टूबर 2024/ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा अनुसार रतलाम जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम योजनाओं का जिले में प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है। विभिन्न स्वास्थ्य क्षेत्रो में उल्लेखनीय कार्य किए जा रहे हैं, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाया गया है आमजन को समुचित उपचार एवं स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद चंदेलकर ने बताया कि जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपलोदा को सिविल अस्पताल के रूप में उन्नयन हेतु नामांकित किया गया है। रिंगनोद तथा बिरमावल को नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उन्नत किया गया है। शिवपुर, कुंदनपुर, राजापुरा माताजी, रानीसिंग एवं सरसी को पीएचसी के रूप में उन्नयन किया जा रहा है। रतलाम शहरी क्षेत्र में नए मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक की सौगात दी गई है। जिले में 8 नए उप स्वास्थ्य केंद्रों की भी स्वीकृति मिली है।

जिले के सिविल अस्पताल आलोट, ताल तथा सैलाना को लक्ष्य मातृ स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्रमाण पत्र हासिल हुआ है। इसी प्रकार पीएचसी बिरमावल, सीएचसी पिपलोदा को एनक्यूएएस प्रमाण पत्र मिला है। इसी प्रकार जिला चिकित्सालय रतलाम को मुस्कान शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, लक्ष्य, कायाकल्प में प्रदेश में प्रथम स्थान एवं एनक्यूएएस प्रमाण पत्र मिला है।

जिले की पीएचसी मावता को सर्वश्रेष्ठ पीएचसी कायाकल्प के लिए 20 लाख का पुरस्कार मिला है। गरीब व्यक्ति को नि:शुल्क  उपचार के लिए शासन की आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जिले में 9 लाख 46 हजार 738 के लक्ष्य के विरुद्ध 8 लाख 92 हजार 772 कार्ड बनाकर 94.29 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की गई है। इसी प्रकार आभा आईडी भी बनाया जा रहे हैं। आभा आईडी में 17 लाख 28849 के लक्ष्य के विरुद्ध 10 लाख 2 हजार कार्ड बना दिए गए हैं। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना का लाभ भी बच्चों को दिया गया है। इस योजना में 26 बच्चों की हृदय रोग सर्जरी करवाई गई है।

अंधत्व निवारण कार्यक्रम में 12 हजार के लक्ष्य के विरुद्ध 12 हजार 872 लोगों का मोतियाबिंद का नि:शुल्क ऑपरेशन करवाया गया है। जिले में संस्थागत प्रसव के लिए संकल्पित होकर कार्य किया गया है। 17164 प्रसव के लक्ष्य के विरुद्ध चालू वर्ष में 15352 माताओ का संस्थागत प्रसव कराया गया है। महत्वपूर्ण रूप से आरबीएस के कार्यक्रम के अंतर्गत 26 बच्चों के कटे-फटे होठों की नि:शुल्क सर्जरी भी करवाई गई है। गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक आयु के  6 लाख 48 हजार 349 लोगों का पंजीयन किया गया है तथा 4 लाख से अधिक लोगों के ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज की जांच की गई है।

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