झाबुआ – PWD PIU विभाग की कार्य प्रणाली इन दिनो जन चर्चा का विषय बनी हुई है जहां विभाग के आलाधिकारी धार के किसी ठेकेदार को सीएम राइस स्कूल कल्याणपूरा में नियम कायदों को ताक में रखकर , कार्योदेश जारी किए गए। वहीं इस विभाग के किसी आलाधिकारी का रिश्तेदार भी , धार के ठेकेदार के साथ पार्टनरशिप में या सबलेट पर कार्य कर रहा है । तथा अपने रिश्तेदार का फायदा उठाकर गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य कर रिश्तेदार और स्वयं की जेबें भरने में लगा हुआ है । सूत्रों के अनुसार इस विभाग में जब भी कोई बड़ा निर्माण कार्य का लेकर निविदा आमंत्रित होने के पश्चात, कार्योदेश जारी करने के बाद , सबलेट ठेकेदार साल्वे द्वारा उस ठेकेदार से निर्माण कार्य के लिए संपर्क किया जाता है तथा विभाग का आलाधिकारी अपने रिश्तेदार होने का फायदा बताकर, बिल्डिंग व साइड वेरिफिकेशन आदि में किसी भी तरह की दिक्कत ना आने की बात कह कर , कार्य उपठेके पर लिया जाता है क्योंकि विभाग में अपना रिश्तेदार होने से मनमाने तौर पर यह सबलेट ठेकेदार कार्य करता है जिसकी कार्य प्रणाली को लेकर पूर्व में शिकायत भी हुई थी । वही बालक छात्रावास बामनिया में भी धार के ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है और इसे सबलेट ठेकेदार द्वारा निर्माण किया जा रहा है । इस छात्रावास निर्माण को लेकर भी कुछ दिन पूर्व में इंदौर से जांच दल द्वारा निरीक्षण भी किया गया और निरीक्षण के दौरान कई कमी पेशी को लेकर दिशा निर्देश भी दिए गए थे । सूत्रों की बात पर विश्वास करें, तो इस बालक छात्रावास बामनिया में निर्माण कार्य में गूगल शीट अनुसार जिस कालम में 20 एमएम सरिया लगाना था वहां पर 16 एमएम सरिया पाया गया तथा गुणवत्ता को लेकर कालम के कुछ हिस्से को तोड़कर टेस्ट के लिए भी ले गए हैं । वही इस भवन की बेसमेंट की छत कांक्रीट से डालने के बाद जाली डालकर टाईल्स का कार्य किया जाना था । लेकिन संभवत इस प्रक्रिया के तहत कार्य नहीं किया गया । एक और विचार करने योग्य बात यह भी है कि यह सभी कार्य सीएसआर से करीब 20% से कम या बिलो रेट पर लिए गए हैं जिसके कारण गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य किया जा रहा है । इस प्रकार सबलेट ठेकेदार साल्वे और धार के ठेकेदार की जुगलबंदी लगातार गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य के लिए प्रसिद्ध होती जा रही है । इसके अलावा यह सबलेट ठेकेदार विभाग में अन्य ठेकेदारों के कामों में भी कमियां/ खामिया निकलता है तथा उन कमियों को एडजस्ट करने की एवज में दलाली भी करता है । वहीं हाल ही में विभाग द्वारा जेम पोर्टल के माध्यम से फर्नीचर खरीदी की निविदा आमंत्रित की गई थी जिसमें विभाग के एसडीओ या कार्यपालन यंत्री के मोबाइल पर ओटीपी के माध्यम से बिना किसी कारण के टेंडर को निरस्त कर दिया गया है जिसको लेकर लोकायुक्त भोपाल में शिकायत भी हुई है । सूत्रों का कहना है कि यह ओटीपी भी इस सॉल्वे ठेकेदार के रिश्तेदार के मोबाइल पर आया था । विभाग में भी सबलेट ठेकेदार साल्वे व रिश्तेदार की मनमानी कार्यशैली को लेकर भी अन्य ठेकेदार बहुत परेशान हैं । वही एक आवेदक ने इन साल्वे ठेकेदार और उसके रिश्तेदार को लेकर आय से अधिक संपत्ति में आवेदन देकर भी जांच कराने की बात कही है । देखना या दिलचस्प होगा कि आखिर कब तक सबलेट ठेकेदार और उसके रिश्तेदार की जोड़ी इस विभाग को चुना लगाती रहेगी या फिर शासन स्तर से कोई कार्रवाई होगी…?
आने वाली खबरों में हम आपको बताएंगे कि किस प्रकार धार का ठेकेदार और विभाग के आला अधिकारी की जुगलबंदी को लेकर किस-किस पर गाज गिरी
वही लोक निर्माण विभाग (भवन ) के प्रमुख अभियंता ने भी जवाबदार अधिकारी को छोड़कर कंप्यूटर ऑपरेटर को लेकर क्या कार्रवाई की……