*आपका प्रयास ना केवल जिले के लिए अपितु मानवता के नाते भी महत्वपूर्ण कदम रहेगा – कलेक्टर*
झाबुआ 13 नवम्बर, 2024। कलेक्टर नेहा मीना द्वारा पहल करते हुए प्रोजेक्ट कुपोषण मुक्त झाबुआ के तहत “मोटी आई” की अवधारणा को प्रकाश में लाया गया जिसमें बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने हेतु “मोटी आई” का चिन्हांकन किया गया। *“मोटी आई”* कलेक्टर नेहा मीना द्वारा झाबुआ में “कुपोषण मुक्त झाबुआ अभियान” शुरू किया गया है। जिसके अन्तर्गत बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने में मदद करेगी। कुपोषित बच्चे की “मोटी आई”। झाबुआ में ऐसे बच्चे जिनकी माँ पलायन पर चली जाती है या महिला कम उम्र की होने से बच्चे के वजन को बढ़ाने में या उसे स्वस्थ रखने की समझ नहीं रखती है, ऐसी महिलाओं के कुपोषित बच्चों की ज़िम्मेदारी लेगी मोटी आई। जो पलायन पर गई माँ के बच्चों का अपने बच्चे सा ध्यान रखेगी और कुपोषित बच्चे की माँ को बच्चे को स्वस्थ करने में व कुपोषण से निकलने में मदद करेगी। इसी तारतम्य में झाबुआ जिला पंचायत सभागृह में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और मोटी आई का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में कलेक्टर नेहा मीना ने समस्त आगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं मोटी आई को संकल्प दिलाया कि आने वाले तीन माह मे कड़ी मेहनत एवं समन्वित प्रयास कर जिले को गंभीर कुपोषण (SAM) से मुक्त कराया जाएगा। जो कि जिले की नारी शक्ति द्वारा पुरे प्रदेश में उदाहरण बनेगा। मोटी आई को मोटिवेट करते हुए कलेक्टर ने कहा कि आपका प्रयास ना केवल जिले के लिए अपितु मानवता के नाते भी महत्वपूर्ण कदम रहेगा। क्योंकि आप किसी दूसरी महिला के बच्चे को कुपोषण से मुक्त करने में जागरूकता की नयी मिसाल बनेगी। कलेक्टर नेहा मीना द्वारा कहा गया कि जिला प्रशासन की जिला प्रशासन की ओर से कुपोषण मुक्त झाबुआ के तहत अच्छा प्रदर्शन करने वाली टॉप 100 मोटी आई को 1000 रूपये पारितोषिक राशि दी जाएगी। प्रशिक्षण कार्यशाला में कुपोषण के कारणों एवं प्रभावी क्रियान्वयन कर इससे मुक्त करने के प्रयासो के बारे में विस्तृत रूप से समझाया गया। इस दौरान आयुष विभाग द्वारा शारीरिक अभ्यंग का प्रशिक्षण भी दिया गया साथ ही मोटी आई की अवधारणा के बारे मे अवगत कराया गया। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग श्री राधुसिंह बघेल, सहायक संचालक श्रीमती वर्षा चौहान, आयुष अधिकारी डॉ. प्रमिला चौहान, आंगनवाडी कार्यकर्त्ता एवं मोटी आई उपस्थित रहे।