थांदला (वत्सल आचार्य की रिपोर्ट)- सद्कर्म, स्व धर्म और कर्तव्य पथ की प्रेरणा मिलती है गीता से – शिक्षिका विभा जैनमेट्रो एजुकेशन विद्यालय थांदला में गीता जयंती के मनाई गई इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका विभा जैन ने विद्यार्थियों को गीता जी के महत्व पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने पांच हजार सालों पूर्व महाभारत की युद्ध भूमि कुरुक्षेत्र में अर्जुन को कर्म योग की जो शिक्षा दी वह आज भी समय की आवश्यकता है। आज की युवा पीढ़ी और विद्यार्थियों को रामायण और गीता जैसे धर्म ग्रंथों का ज्ञान भी आवश्यक है। यह ज्ञान विधार्थियो के व्यक्तित्व निर्माण से लेकर भविष्य निर्माण की महत्वपूर्ण कड़ी है। व्यक्ति,परिवार,समाज और राष्ट्र के साथ संपूर्ण प्रकृति और जीवन के सभी विषयों व हर समस्या का समाधान गीता के श्लोकों में मिलता है। फल की चिंता किए बिना कर्म को ही कर्तव्य मानकर कार्य करने का यह संदेश व्यक्ति के जीवन की सफलता का ही नहीं,समाज और राष्ट्र के सर्वांगीण विकास का भी सूत्र गीता में मिलता है। इस अवसर पर विद्यालय के संचालक भूषण भट्ट और विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित रही।