सामाजिक महासंघ कार्यक्रम अंतर्गत पुलिस द्वारा साइबर क्राइम, बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण, सिंगल यूज प्लास्टिक, महिला सुरक्षा को लेकर आमजनों को किया जागरूक
झाबुआ – सामाजिक महासंघ द्वारा जन-जागरूकता को लेकर कार्यक्रम का आयोजन शनिवार शाम को अंबा पेलेस पर किया गया । जिसमें पुलिस अधीक्षक द्वारा साइबर क्राइम , बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण, प्लास्टिक मुक्त झाबुआ , महिला सुरक्षा व यातायात नियमों के पालन को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम अंतर्गत आमजनों को समझाईश दी ।
पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम में पधारे अतिथियों को संबोधित करते हुए बताया कि आज समाज में व्याप्त लालच व डर के कारण ही कई सारे व्यक्ति ठगी का शिकार होकर, साइबर अपराध के जाल में फंस रहे हैं। साइबर अपराध के बारे में लगातार साइबर सेल की टीम, मीडिया के साथियों द्वारा लगातार आमजन को जागरूक किया जा रहा है। कई व्यक्ति लालच में आकर ओटीपी या अनजान लिंक पर क्लिक कर साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं। कई व्यक्ति मोबाइल पर ऐसी चीज देखना चाहते हैं जो कि नहीं देखना चाहिए, जिस कारण उनको इसके दुष्परिणाम भोगने पड़ते हैं। फिर साइबर अपराधी ब्लैकमेल कर साइबर ठगी को अंजाम देते हैं। गायत्री परिवार द्वारा दिए गए मंत्र के बारे में बातचीत करते हुए बताया कि यदि हम सुधरेंगे तो जग सुधरेगा। सबसे पहले हमको सुधारना होगा तभी हम समाज में व्याप्त गंदी मानसिकता को सुधार पाएंगे। कई परिवार के मां-बाप ही बिगड़े हुए हैं, वह घर में नशाखोरी करते हैं, अश्लील फिल्म देखते हैं। यदि घर का माहौल ही सुधरा हुआ नहीं रहेगा तो वह बच्चों से कैसे अपेक्षा कर सकते हैं कि वह सुधरे। बच्चों के संस्कारों के बारे में बातचीत करते हुए बताया कि आज परिवार के बच्चे देर रात तक बेवजह घर से बाहर रहते हैं और परिवार वालों को ही इसका ठिकाना नहीं रहता है। यदि परिवार अपने अंदर अच्छे संस्कार समाहित करें व बच्चे कहां जा रहे हैं, क्या कर रहे हैं, क्या वह नशा तो नहीं कर रहा है, क्या वह अश्लील फिल्म तो नहीं देख रहा है। इन बातों के बारे में हमें जागरूक रहना होगा तभी हम एक अच्छे समाज की परिकल्पना कर सकते हैं।
आज शहर में हर व्यक्ति प्लास्टिक का उपयोग कर रहा है जिसके कारण पानी व जमीन दूषित हो रही है। जिससे हर तरफ गंदगी दिखाई देती है। हमको प्लास्टिक का उपयोग करने से बचना होगा व बाजार में जाते समय हमें एक कपड़े का थेला अपने साथ रखना होगा जिससे हम जो भी सामान खरीदते हैं वह उसमें रख सके। सिंगल यूज प्लास्टिक हमारे शहर के लिए कलंक है। यदि शहर को गंदगी से बचाना है तो इसका उपयोग करने से हमको बचाना होगा। पुलिस द्वारा मातृशक्तियों से जुड़ने हेतु एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है जिसमें 550 से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी है। इस ग्रुप के माध्यम से वर्तमान में प्रचलित साइबर अपराधों के बारे में जानकारी प्राप्त कर मातृशक्ति स्वयं को तो जागरुक कर ही रही है साथ ही अपने आसपास रहने वाले समाज को भी जागरूक कर रही है। साथ ही ग्रुप के माध्यम से मातृशक्ति के सकारात्मक विचार सामने आ रहे हैं, जिसके माध्यम से सामुदायिक पुलिसिंग का कार्य भी हो रहा है। पुलिस अधीक्षक द्वारा अपने घर की सुरक्षा के बारे में बात करते हुए बताया कि अपने घर को यदि सुरक्षित रखना है तो कम से कम चार सीसीटीवी कैमरे अपने घर के आगे व पीछे लगाना होगा। यह देखा गया है कि जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं उन जगहों पर चोरी, लूट, डकैती व अन्य अपराध सामान्यतः कम होती है। यदि होते भी है तो सीसीटीवी कैमरे की वजह से आरोपी आसानी से पकड़े जाते हैं। यातायात नियमों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि हम अपने परिवार के सदस्यों को वाहन दुर्घटना से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो घर से निकलने से पहले हेलमेट जरूर लगाकर चले। वाहन दुर्घटना के कारण होने वाली सबसे अधिक मृत्यु हेलमेट नहीं लगाने के कारण होती है। आप अपने मोबाइल को सुरक्षित रखने हेतु उसमें स्क्रीन गार्ड व मोबाइल कवर लगाकर रखते हैं। क्या आप वाहन चलाते समय अपने सर को बचाने हेतु हेलमेट नहीं लगा सकते हैं। आपकी जान अनमोल होती है। यदि किसी के परिवार में दुर्घटना से मृत्यु होती है तो पूरा परिवार उसकी कमी के कारण आजीवन दुखी रहता है और उसकी भरपाई नहीं हो पाती है व परिवार कई वर्षों तक आर्थिक रूप से कमजोर भी हो जाता है। पुलिस अधीक्षक द्वारा आमजन से आग्रह किया गया है कि अपनी स्वयं की सुरक्षा व परिवार की सुरक्षा हेतु वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर लगाए व यातायात नियमों का पालन करें। पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला सुरक्षा के बारे में बताया गया कि यदि किसी महिला के साथ छेड़छाड़ या गलत हरकत होती है तो वह इसको छुपाए नहीं। इसकी सूचना पुलिस को जरूर दें। ताकि असामाजिक तत्वों पर कड़ाई से कार्यवाही की जा सके।सामाजिक महासंघ कार्यक्रम में देवराज सिंह पंवार, रतलाम विभागीय समरसता प्रभारी, डॉ. केके त्रिवेदी, डॉ. नीरज राठौर, एसडीओपी झाबुआ श्रीमती रूपरेखा यादव, जिले के व्यापारी थाना प्रभारी कोतवाली निरी. आर.सी. भास्करे, निरीक्षक दिलीप मोर्य एवं अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे ।