अलीराजपुर – सिकलसेल हारेगा आलीराजपुर जीतेगा , अभियान के तहत सिकल सेल एवं रक्तदान के प्रति जागरूकता को लेकर देलवानी हाई सेकेंडरी स्कूल पहुंचे जहां पर 200 के करीब छात्र-छात्राओं ने बात सुनी सामाजिक कार्यकर्ता कादु सिंह डुडवे (जनजाति विकास मंच युवा प्रमुख) ने कहा कि सिकल सेल तभी हार सकता जब हम घर-घर में सिकल सेल के प्रति बात करना शुरू करेंगे सिकल सेल एक अनुवांशिक बीमारी है जो समाज मे परिवार से ही आने वाली पीढ़ी में दिखाई देती है,वैसे ही रक्तदान की बात भी कहीं जब तक हम अपने परिवार से रक्त के प्रति जागरूक नहीं होंगे तब तक हमेशा के लिए रक्त की पूर्ति करना असंभव है प्रत्येक छात्र को प्रत्येक शिक्षित युवाओं को यह समझना जरूरी है कि रक्त भी एक इंसानी रक्तदान कर सकता है,जिले में कुल सिकलसेल वाहक 11 हजार से अधिक है,जिसमें से ऐसे 6 वर्ष 18 वर्ष के अंदर बच्चे हैं जो करीब 900 है जिनको हमेशा रक्त की जरूरत बनी रहती हैं,जिले में चार डायलिसिस मशीन भी ऑपरेट की जाती है,जिससे करीब15 मैरिज डायलिसिस करने के लिए पहुंचते हैं बता दे की एक दिन में तीन शिफ्ट में मरीजों की डायलिसिस की जाती है,रक्त की जरूरत जिला अस्पतामे आलीराजपुर में एक माह के अंदर 450 यूनिट की होती है,जिले को अधिकांश जो मदद मिली है वह जोबट से विशेष मदद मिलती है जिसमें पगड़ी कार्यक्रम में अब तक करीब जिले में 10000 यूनिट केवल पगड़ी कार्यक्रम से अब तक इन पिछले पांच साल के अंदर मिला है, जिसमें गायत्री परिवार से जुड़े अश्विन जी नागर एवं कपिल जी राठौड़ की टीम का विशेष योगदान जिले को मिल रहा है,कार्यक्रम के दौरान स्कूल स्टाफ से शिक्षक,नवीन डावर,भादु सिंह चमेलका , मसरिया डुडवा , अजमेर भंवर एवं देलवानी पंचायत से सरपंच प्रतिनिधि सुरेश चौहान उपस्थित रहे ।