थांदला (वत्सल आचार्य की रिपोर्ट) — 🌿 आज तुलसी दिवस है 🌿*कक्षा 7 वी की विद्यार्थी महक जैन ने तुलसी की महत्वता पर प्रकाश डाला प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को यह दिवस मनाया जाता है | तुलसी केवल एक पौधा नहीं बल्कि धरा के लिए वरदान है और इसी वजह से भारत में इसे पूजनीय माना गया है आयुर्वेद में तुलसी को अमृत कहा गया है क्योंकि ये औषधि भी है और इसका नियमित उपयोग आपको उत्साहित, खुश और शांत रखता है। भगवान विष्णु की कोई भी पूजा बिना तुलसी के पूर्ण नहीं मानी जाती। इसके सेवन से त्वचा रोग मिटते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। तुलसी के आठ नामों में से एक प्रसिद्ध नाम वृंदा भी हैं इसी के नाम से वृंदावन नाम पड़ा।
कहते हैं कि इस दिन भगवान श्री राम ने गोमती तट पर और वृंदावन में भगवान श्रीकृष्ण ने तुलसी लगायी थहमें प्रतिदिन तुलसी माता पर जल चढ़ाते ओर दीपक प्रज्वलित करना चाहिए। तुलसी जी की पूजा करने से अपने घरों में सुख ,शांति,समृद्धि और आरोग्यता की प्राप्ति होती है। कार्यक्रम का संचालन सातवीं कक्षा की जिज्ञासा भाबर ने किया।