झाबुआ- झाबुआ सीसीबी बैंक में अंधेर नगरी चौपट राजा की तर्ज पर काम किया जा रहा है जहां एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पूर्व में भी सैनिटाइजेशन को लेकर पत्राचार के माध्यम से व्यक्ति विशेष या फर्म विशेष के बिलों के भुगतान के लिए दबाव बनाया गया था । उसके बाद अधिकारी के पुत्र ने बीमा के नाम पर कर्मचारियों से एजेंट के रूप में काफी वसूली भी की हैं । हाल ही में पता चला है कि बैंक के वरिष्ठ अधिकारी दारा एक बार फिर अपने पद का उपयोग करते हुए झाबुआ और अलीराजपुर जिले की विभिन्न सोसाइटीयों के कर्मचारियों को बीमा अनिवार्य रूप से कराने के लिए पत्राचार के माध्यम से दबाव बनाने का प्रयास किया गया । यह भी पता चला है कि इन कर्मचारियों की वेतन जो हर माह करीब 27-30 तारीख तक जमा हो जाता है इस बार 3 अगस्त को जमा हुआ है इसके पीछे जानकारी अनुसार इस वरिष्ठ अधिकारी ने व्यक्ति विशेष या विशेष बीमा कंपनी से बीमा कराने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य को ध्यान मे रखते हुए तथा बीमे की राशि करीब ₹5900 की सहमति प्रदान करने के लिए पत्राचार किया है और इसी कारण संभवत वेतन को उनके खातों में जमा नहीं किया गया । ताकि सहमति प्राप्त होने पर , राशि उनके खातों से सीधे काट ली जाय । जबकि नियम अनुसार कर्मचारी या व्यक्ति विशेष बीमा कराने के लिए स्वतंत्र होता है उसे किसी भी प्रकार के पत्राचार के माध्यम से दबाव नहीं बनाया जा सकता है । प्रश्न यह है कि आखिर सीसीबी के इस अधिकारी को इस तरह बीमा के लिए पत्राचार करने की क्या आवश्यकता पड़ गई …? किसी आर्थिक लालच के कारण या फिर किसी व्यक्ति विशेष को आर्थिक लाभ पहुंचाने के कारण…. यह जांच का विषय है….?