झाबुआ

ड्राइव इन वैक्सीनेशन कार्यप्रणाली को लेकर , भारत शासन द्वारा झाबुआ जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की ….।

Published

on

झाबुआ – मध्य प्रदेश के जनजातीय बहुल क्षेत्र झाबुआ में लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करने के उद्देश्य को लेकर विशेष रूप से ड्राईव इन टीकाकरण केंद्र भी खोले गए , जिससे आमजन अपने दो पहिया, तीन पहिया या चार पहिया वाहनों से सीधे टीकाकरण केंद्र तक पहुंचे सके और उन्हें ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर टीकाकरण किया गया या किया जा सके । साथ ही लोगों को आश्वासन दिया गया कि वे सामाजिक दूरी बनाए रखकर ऐसे केंद्रों पर टीकाकरण करवा सकते हैं । झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा के नेतृत्व में ड्राइव इन टीकाकरण कार्यप्रणाली को लेकर भारत शासन , पीआईबी दारा टि्वटर अकाउंट / फेसबुक पेज के माध्यम से झाबुआ जिले की कार्यप्रणाली की सराहना की । जिले के प्रभारी मंत्री इंदरसिंह परमार ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से जिला प्रशासन ,.जनप्रतिनिधि और जिलेवासियों को बधाई प्रेषित की ।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा किए गए निरंतर प्रयासों से ,आज भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निर्णायक रूप देने की दिशा में कदम बढ़ा चुका है देश की बुनियादी जरूरतों को ध्यान में रखकर भारत सरकार ने देश के नागरिकों की हर संभव मदद की व सफल कोशिश भी की । इसी लड़ाई में हमारे देश के कोरोना योद्धाओं के समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकता है ऐसे ही कराना योद्धा जिन्होंने कोरोना से निपटने के लिए , मोदी सरकार के कार्यों को और गति देने के लिए अपने स्तर पर पहल की और कोरोना से जंग जीतने में अहम भूमिका अदा की…..। ऐसे ही कोरोना योद्धा के रूप म झाबुआ कलेक्टर सोमोश मिश्रा द्वारा कोविड -19 वैक्सीनेशन के लिए प्रयास किए गये ।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के नेतृत्व में कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा कोरोना की लड़ाई में अहम भूमिका निभाते हुए जिले में जगह-जगह टीकाकरण केंद्र खोले गए और लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया गया । गांव गांव फलिये फलिये जाकर लोगों को कोरोना वैक्सीन की जानकारी दी एवं सुरक्षा एवं बचाव के बारे में बताया । झाबुआ जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है जहां पर लगभग 90% आदिवासी आबादी निवास करती हैं । जिले में भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों अनुसार कलेक्टर सोमेश मिश्रा के नेतृत्व में कोरोना की ड्राइव चलाई गई । कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने इस जिले मे नवाचार करते हुए ड्राइव इन वैक्सीनेशन पर कार्य करने का मन बनाया । सबसे पहले यहां नवाचार करते हुए विचार किया कि अगर गाड़ियों (दो, तीन, चार पहिया वाहन) को बुलाते हैं और बैठे-बैठे आमजन को टीके लगाते हैं तो लोगों का जुड़ाव इस प्रोग्राम से होगा और समय की बचत को देखते हुए लोग इन केंद्रों पर अवश्य आएंगे । कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने शहरी क्षेत्रों जैसे इंदौर और भोपाल की तुलना मे , जिले में एक अलग कंसेप्ट पर कार्य किया । झाबुआ जिले में एमपी टूरिज्म के सहयोग से ड्राइव इन वैक्सीनेशन पर कार्य किया । जैसे कोई भी व्यक्ति यदि अपने फोर व्हीलर से टीकाकरण केंद्र पर आता है तो उसे प्राथमिकता रहेगी । इसके अलावा भी यदि कोई टू व्हीलर , थ्री व्हीलर या पैदल चलकर आता है तो भी इस सुविधा का लाभ दिया है । इसके अलावा ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन का यह फायदा हुआ कि टर्नआउट बड़ा और लोगों में यह आईडीया रहा कि इन टीकाकरण केंद्र पर भीड़ नहीं लग रही है और खुली जगह होने से यह फायदा रहा कि लोगों में इंफेक्शन फैलने का डर नहीं रहा तथा आमजन वैक्सीनेशन सेंटरों पर पहुंचे और इन्हें ज्यादा पसंद किया गया । इसके बाद वैक्सीनेशन के बाद भी ऑब्जर्वेशन के लिए करीब आधा घंटा तक बैठने की समझाइश दी तथा नहीं बैठने पर या कोई समस्या आने पर तत्काल कांटेक्ट करने की बात कही । इस प्रकार टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण को लेकर सुविधाओं को देखकर और कोई समस्या नहीं होने पर लोगों में टीकाकरण को लेकर जागरूकता बढ़ी और आमजन टीकाकरण के लिए पहुंचने लगे । इस प्रकार की वेक्सीनेशन सुविधा को लेकर ग्रामीण जन भी विशेष रूप से प्रभावित हुए और वाहनों से वैक्सीनेशन के लिए सेंटर पर पहुंचे । ड्राइव इन वैक्सीनेशन को लेकर कुछ आमजनों ने अपनी राय देते हुए बताया कि इस इस तरह के वैक्सीनेशन से टाइम की काफी बचत होती है क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपना कार्य या नौकरी छोड़कर नहीं आ सकता । चाहे वह कोई भी वर्ग का हो । लेकिन जिले में इस तरह के टीकाकरण केंद्र पर जो व्यवस्था दी गई , जिससे लोगों का समय भी नहीं बिगड़ा और लोगों ने इस तरह के सेंटर पर सुविधाओं का उपयोग भी किया और टीकाकरण भी करवाया । सबसे ज्यादा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने भी इस तरह के ड्राइव इन वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचकर टीकाकरण करवाया ।

ड्राइव इन वैक्सीनेशन से निश्चित रूप से झाबुआ नगर के आसपास की तालुका हैं उन लोगों मे भी एक जज्बा पैदा किया , कि चाहे दूर से भी ,15 से 20 किलोमीटर होने पर भी , इन सेंटर पर आकर टीका लगाकर हम अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं ।

डॉ राहुल गणावा , जिला टीकाकरण अधिकारी । झाबुआ

Trending