झाबुआ

साध्वी पुनीतप्रज्ञाश्री जी और साध्वी मंडल को भाव भीनी विदाई दी गयी ’ ————————————————————————————–’समारोह गौड़ी जी मंदिर मे आयोजित’वक्ताओं ने साध्वीजी की सादगी और सरलता की अनुमोदना की………..

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झाबुआ । शनिवार 24-नवंबर को श्री गोड़ीजी पार्श्वनाथ तीर्थेन्द्र धाम पर चातुर्मास समिति व श्रीसंघ द्वारा परम पूज्या साध्वी श्री पुनीतप्रज्ञाश्रीजी आदि ठाणा 5 को वर्षावास के समापन पर भावभीना विदाई कार्यक्रम रखा गया,जिसमे लगभग 20 वक्ताओं ने पूज्याश्री की अनुमोदना व उपकार पर अपने अपने विचार विभिन्न शैलियो में रखे,। कार्यक्रम का प्रारम्भ पूज्याश्री की मांगलिक श्रवण से हुआ फिर सामूहिक गुरुवंदन के बाद औपचारिक शुरुवात हुई। ,श्रीमती बसंती जैन के गुणानुवाद गीत के बाद श्रीमती संगीता व अंतिम राठौड़ ने गीत प्रस्तुत किया,। प्रभा मुथा के विचार,सोना कटकानी का गीत,हंसा कोठारी,इंदु बेन घोड़ावत,उपधान मंडल की प्रस्तुतियां, मोनिका कोठारी का भावपूर्ण गीत सबकी आंखे नम कर गया,। बच्चो में अनंश,खुशी स्तुति व देव ने अपनी अपनी मोहक व प्रभावशाली प्रस्तुति देकर बहुत प्रोत्साहन व प्रशंसा बटोरी,। श्री स्थानक श्री संघ से श्री प्रदीप रुनवाल,तेरापंथ सभा से पंकज कोठारी,योगेश बापू, धर्मचंद मेहता आदि ने भी अपनी आदरांजलि प्रस्तुत की । प्रमोद सोनी का संक्षिप्त मगर रोचक व भाव युक्त संबोधन सबके हृदय को छू गया।
नवकार ग्रुप का समूह गान व हेमेन्द्र सूरी महिला मंडल की हेमलता सखलेचा का विदाई गीत प्रभावी रहा। तीर्थेन्द्र सूरी समिति से संजय काँठी ने सुंदर शब्दो मे अपने भाव प्रकट किए। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष तेजप्रकाश कोठारी व श्री संघ के अध्यक्ष संजय मेहता ने अध्यक्षीय उदबोधन दिए,। पश्चात दोनों अध्यक्षो का बहुमान परस्पर अध्यक्षो द्वारा ही किया गया।
पूज्य पुनीत प्रज्ञाश्रीजी को काम्बली ओढ़ाने का लाभ मासक्षमण के तपस्वी श्रीमती श्रुति सखलेचा को दिया गया। डा. प्रदीप संघवी द्वारा चातुर्मास के दौरान विभिन्न व्यक्तियों द्वारा दी गयी सेवाओ को धन्यवाद प्रेषित किया। साथ ही मीडिया को चातुर्मास के समाचारों का प्रमुखता से प्रकाशन करने हेतू विशेष आभार माना । कार्यक्रम का संचालन कर रही श्रीमती शालिनी जैन द्वारा संकलित प्रवचन संचिका को पूज्य साध्वी मंडल को भेंट किया गया। अंत मे चातुर्मास समिति की और से स्वधर्मी वात्सल्य का आयोजन किया गया ।
श्री संघ का आग्रह स्वीकर किया……
अंत मे पूज्य गुरूवर्या ने स्वास्थ्य की अनुकूलता न होने से कुछ और समय झाबुआ में रहने की स्वीति देने से सकल श्री संघ में हर्ष की लहर दौड़ गयी,। शनिवार शाम 4 बजे साध्वी वृन्द पुनः गोड़ीजी से बावन जिनालय की और विहार किया वे एक सप्ताह यहां रहेंगे । पूरे कार्यक्रम में सकल श्वेताम्बर श्री संघ, स्थानक वासी श्रीसंघ,तेरा पंथ श्रीसंघ की उपस्थिति रही।

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