झाबुआ से (दोलत भावसार )द्वारा झाबुआ की राजनीतिक हलचल
प्रदेश मे सत्ता परिवर्तन के साथ कई चेहरो ने अपना रंग ढंग ओर तोर तरीका तो बदल ही दिया हे परन्तु आश्चर्य की बात यह हे कि सत्ता परिवर्तन का सीधा प्रभाव जिला प्रशासन के आला अधिकारी व कर्मचारीयो पर भी पडता नजर आ रहा है। जो कल तक पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिह चोहान ओर भाजपा के यशोगान मे लगे थे वे प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी अब प्रदेश मे कांग्रस की सत्ता स्थापित होने के बाद जिला प्रशासन का कांग्रसी करण करने से बाज नही आ रहे हे इसके एक नही कई उदाहरण हमको प्रदेश मे सत्ता परिवर्तन के बाद प्रशासन के रवैये से दिखते नजर आ रहे है।
पूर्व प्रधानंमंत्री स्व. श्री अटल जी के जन्म दिवस पर सरकार ओर प्रशासन द्वारा आयोजित सुशासन दिवस मात्र ओपचारिक बनकर रह गया न कोई बक्ता था न कोई अटल जी पर बोलने बाला थां इसी प्रकार 12 जनवरी 2019 को आयेजित योग दिवस एवं विवेकांनद जयंती पर उत्कृष्ट विद्यालय पर आयेजित कार्यक्रम मे जिला प्रशासन भाजपाईयो को बुलाना ही भूल गया । इससे एक कदम आगे बढकर जिला प्रशासन ने हद कर दी जब प्रदेश के नवागत मुख्यमंत्री किसानो के ऋण माफी को लेकर कृषि विभाग के माध्यम से जिले के निर्वाचित जन प्रतिनिधी व सांंसंद व विधायक के साथ अन्य अन्य जन प्रतिनिधियो को भी बुलाया थां ।
जिला कलेक्टर सभाग्रह मे आयोजित कार्यक्रम मे भाजपा विधायक गुमानसिह डामोर सहित क्षेत्रिय सांसद कातिलाल भूरिया एवं थांदला व पेटलावद के विधायक भी मोजूद थें किसानो की ऋण माफी को लेकर उक्त कार्यक्रम मे जब भाजपा विधायक गुमान सिह डामोंर ने अपना पक्ष रखते हुए किसानो के साथ कांग्रेस कर रही न इंसाफी एवं नकली किसानो की ऋण माफी के बारे मे बोलना चालू कर बेक कर्मी ओर अधिकारीयो द्वारा नकली किसानो की ऋण माफी पर बोलना शुरू किया तो क्षेत्रिय सांसद ने उन्हे कई मुद्दो पर बोलने से वंचित किया ।
डॉ. विक्रांत भूरिया शासकीय वैठक मे किस हेसीयत से बोले
राजनैतिक गलियारे के साथ गुलाबी विल्डिग के गलियारो मे यह भी चर्चा व्याप्त हे कि जिला प्रशासन का अब कांग्रेसी करण होना चालू हो गया है।
कृषि विभाग द्वारा आयोजित शासकीय बेठक मे क्षेत्रिय सांसद अपना पुत्र मोह नही छोड पाये यह नजारा उक्त बैठक मे देखने को मिला जहॉ भाजपा के निर्वाचित विधायक को सही मुदृदे उठाने से रोका जा रहा था वही सांसद पुत्र उक्त बैठक मे सभी को किस हेसीयत से बोल रहे थें । ओर बेठक मे किस हेसीयत से उन्हे बुलाया गया यह चर्चा राजनैतिक गलियारे व प्रेस जगत मे चर्चा का विषय बना हुआ हे।
21 जनवरी को भाजपा ऋण माफी मे विसंगती को लेकर रेली व ज्ञापन देगी
प्रदेश भाजपा एव प्रदेश किसान मोर्चे के निर्देश पर जिला भाजपा के नेतृत्व मे जिला किसान मोर्चा 21 जनवरी 2019 को दोपहर 11 बजे साईमंदिर से कलेक्ट्रेड कार्यालय तक प्रदेश काग्रेस सरकार की ऋण माफी घोषणा से किसानो के साथ किये जा रहे छलावे व धोखे के साथ ऋण माफी मे व्याप्त विसगतीयो के मुद्दो के लेकर सेंकडो की संख्या मे भाजपा से जुडे कार्यकर्ता व किसान पहुचकर झाबुआ कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुचेगे।
जिले के प्रथम भृमण पर आये प्रभारी मंत्री
काग्रेस सरकार के कबिना मंत्री हनी बघेल झाबुआ जिले के प्रभारी मंत्री बनने के बाद झाबुआ जिले का 17 जनवरी का पहला भृमण हुआ । बधेल के पहले भृमण को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ताओ द्वारा जिस प्रकार का मीडिया के माध्यम से माहोल बनाया जा रहा थाकि 17
जनवरी को झाबुआ मे कांग्रेस का शक्ति परीक्षण होगा परन्तु प्रत्यक्षदर्शीयो का कहना हे कि ऐसा कुछ नही हुआ खोदा पहाड निकली चुहिया ।बताया जाता हे कि बघेल के पहले भृमण के अवसर पर आयेजित कार्यक्रम मे मंच से क्षेत्रिय सांसद व विधायको व प्रभारी मंत्री ने अपने विचार व्यक्त किये व केन्द्र की भाजपा सरकार व प्रदेश की पूर्व सरकार के मुख्यमत्री रहे शिवराज मामा को कंस मामा कहकर जमकर कोसा इस अवसर पर प्रत्यक्षदर्शी का कहना हेकि दिल्ली से आये वरिष्ठ काग्रेस नेता व मध्य प्रदेश काग्रेस के सह प्रभारी संजय कपूर ने अपने उद्वोधन के दोरान सांसद पुत्र को अपनी करारी हार को भुलाने के लिए यह कह डाला कि मुझे यह कहा हे कि झाबुआ मे विक्रांत अपने आप को विधायक समझकर कार्य करे। संजय कपूर के इस वक्तव्य को लेकर राजनेतिक गलियारो मे नाना प्रकार की चर्चा चल रही है। तथा राजनेतिक गलियारे मे कहा जा रहा हे कि कमलनाथ के कहने पर झाबुआ मे हारे हुए विघायक विक्रांत भूरिया विधायक बनकर कार्य करेगे तो भाजपा से निर्वाचित विधायक गुमान सिह डामोर क्या करेगे। अर्थात प्रदेश के मुखिया कमलनाथ व कांग्रेस जेसे राजनेतिक दल का लोकमत लोकतंत्र के माध्यम से हुए निर्वाचन मे निर्णय मे उनका विश्वास नही है। यह चर्चा राजनेतिक गलियारो मे यक्ष प्रश्न बनकर गूज रही है।