रतलाम. वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री युवा इकाई एवं मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश के प्रदेश सचिव वरुण पोरवाल ने बताया कि महिलाओं को आर्थिक संबल प्रदान करना किसी भी चेंबर ऑफ कॉमर्स या व्यवसायिक संस्थान की प्रमुख प्राथमिकता होना चाहिए एवं वैश्य महासम्मेलन एवं मालवा चेंबर के माध्यम से महिलाओं के लिए एक विशेष महिला विंग की स्थापना की जाए जिससे महिलाओं को व्यवसाय संबंधित विभिन्न कार्य की जानकारी प्रदान कर उन्हें सहायता प्रदान की जा सके।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्टर आर्गेनाइजेशन एवं वैश्य महासम्मेलन मध्यप्रदेश तथा मालवा चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की सहभागिता से महिला उद्यमिता कार्यशाला एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इस गरिमामय समारोह में 70 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया एवं व्यवसाय एवं निर्यात के तरीके सीखें साथ ही सरकार द्वारा दी जा रही रहे अनुदान पर भी विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे।
शहर का गौरव बढ़ाने वाली पांच महिलाएं जिसमें चिकित्सक डॉ सुनीता वाधवानी,ज्वेलरी डिजाइनर शुभम कोठारी, अपरेल ऑनलाइन व्यवसाय से जुड़ी सुरभि झालानी, डॉक्टर दीपा खंडेलवाल एवं शिक्षिका श्रीमती गीता पोरवाल का सम्मान किया गया कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ लीला जोशी रही।
महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित पहलुओं पर हुआ विचार विमर्श
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्टर आर्गेनाइजेशन की रिशु मिश्रा ने fieo द्वारा कई योजनाओं के बारे में महिलाओं को बताते हुए विस्तार पूर्वक चर्चा की, ईसीजीसी के सुरेंद्र सोनी ने एक्सपोर्ट संबंधित महिलाओं की विभिन्न योजनाओं के संबंध में चर्चा कर महिलाओं को सरकार द्वारा विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने पर अपने विचार रखे|
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ लीला जोशी ने महिलाओं के आर्थिक सम्बलता का महत्व बताते हुए उद्बोधन दिया कि आर्थिक सम्बलता ही महिलाओं को स्वतंत्र एवं विभिन्न विकट परिस्थितियों से निपटने की शक्ति देती है, महिलाओं में आर्थिक सम्बलता आने से स्वतंत्रता व आत्मनिर्भरता का एहसास होता है एवं महिलाएं सुद्रड़ बनती है, उन्होंने इसके साथ ही महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित पहलुओं पर अपने विचार रखे।
स्वागत भाषण वैश्य समाज जिला संयोजक अंकित खंडेलवाल द्वारा दिया।
संचालन तथा आभार
कार्यक्रम का संचालन राजेश मूणत द्वारा किया गया तथा आभार संजय छाजेड़ ने माना।”