अलीराजपुर – कलेक्टर श्री राघवेन्द्र सिंह आश्रम, होस्टलों, छात्रावासों में बच्चों के शिक्षण और रहने की व्यवस्थाएं , भोजन आदि के पर्याप्त और उचित प्रबंध हो ।
अलीराजपुर – कलेक्टर श्री राघवेन्द्र सिंह ने जिलेभर के आश्रम, सीनियर, जुनियर, रमसा, एकलव्य आवासीय परिसर, कन्या ािक्षा परिसर आदि जिले के समस्त होस्टलों के अधीक्षकों, प्राचार्यों की बैठक लेते हुए निर्देा दिए कि उक्त संस्थानों में बच्चों के साथ किसी भी तरह से अभद्रता, दुव्यवहार, मारपीट, खराब अथवा बासी नाता या भोजन आदि किसी भी स्थिति में प्रदान नहीं हो। कही से भी सूचना मिलने पर संबंधित अधीक्षक, प्राचार्य, संबंधित स्कूल के ािक्षकों एवं स्टॉफ सभी की जिम्मेदारी तय होगी। उन्होंने निर्देा दिए कि बच्चों के प्रति संवेदनाील रवैया से पेा आया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बरदात नहीं की जाएगी। उन्होंने सघन और नियमित मॉनिटरिंग के साथ प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देा दिए। उन्होंने प्रत्येक संस्थावार रिक्त सीटों तथा प्राप्त आवेदन की जानकारी लेते हुए निर्देा दिए कि 3 दिवस में उपलब्ध सीट अनुसार आवेदन की प्रक्रिया सुनिचित की जाए। उन्होंने निर्देा दिए कि जिले में नेस सर्वे आधारित प्रति सप्ताह ािक्षकों का टेस्ट आयोजित होगा। इसमें बच्चों की शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ गणित विषय आदि की पढाई को प्रमुखता से विकसित करने के लिए प्रयास होगा। प्रत्येक विद्यालय के ािक्षक, प्रधानाध्यापक को उक्त टेस्ट देना अनिवार्य होगा। उन्होंने निर्देा दिए कि बच्चों के ािक्षण और होस्टल की व्यवस्थाओं में किसी भी स्तर पर कमी ना रहे। मीनू अनुसार निर्धारित समय अनुसार बच्चों को नाता-भोजन का वितरण सुनिचित हों। प्रत्येक होस्टल, आश्रम में सफाई व्यवस्था अनिवार्य तथा पर्याप्त रूप से सुनिचित हो। प्रत्येक स्कूल, आश्रम, छात्रावास भवन परिसर में अत्यंत जर्जर भवन, शौचालय भवन की जानकारी रिपोर्ट सहित 15 दिवस के भीतर अनिवार्य रूप से प्रस्तुत की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अनावयक रूप बने हुए भवन को जर्जर नहीं र्दााया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कक्षा 9 वीं से 12वीं तक विद्यार्थियों हेतु लैब प्रारंभ करने के दिशा निर्देश का प्रत्येक विद्यालय में पालन निर्देाानुसार निर्धारित समयावधि में सुनिचित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि बच्चों को पढाई की सुलभ प्रकाा व्यवस्था सुनिचित हो। निरीक्षण के दौरान दिये गए निर्देशो की बारिकी से मॉनिटरिंग होगी। उन्होंने हर घर तिरंगा अभियान के तहत बच्चों को तिरंगे के महत्व के प्रति जागरूकता प्रयासों और गतिविधियों के आयोजन में सहभागिता हेतु प्रोत्साहित करने के निर्देा दिए। उन्होंने निर्धारित समय अनुसार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से सुनिचित कराए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले के समस्त विकासखंडों के प्रत्येक आश्रम, छात्रावास के अधीक्षकों से वन टू वन चर्चा करते हुए निर्देश दिए। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग सुश्री जानकी यादव, डीईओ श्री अर्जुनसिंह सोंलंकी, समस्त बीईओ, बीआरसी प्राचार्य, होस्टल आश्रम अधीक्षक उपस्थित थे ।