झाबुआ

नवापाड़ा (भंडारिया ) के ग्रामीणजन अनाज नहीं मिलने से परेशान…. सेल्समैन कर रहा मनमानी…..

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झाबुआ – शासन प्रशासन द्वारा गरीब जन को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से फ्री राशन या ₹1 प्रति किलो की दर से से गेहूं, चावल आदि विभिन्न सोसायटीयो के माध्यम से उपलब्ध करवाता हैं । इनमे से कई सोसाइटी के सेल्समैन इमानदारी पूर्वक अपना कार्य निष्पादित करते हैं तो कई जगह सेल्समैन द्वारा ग्रामीण जनों को कम अनाज देकर शासन की योजनाओं को पलीता लगाने का प्रयास करते है और स्वयं की जेबे भरने का भी । कुछ ऐसा ही झाबुआ के नवापाड़ा भंडारिया में सेल्समैन की मनमानी से ग्रामीण जन को अनाज नहीं मिल रहा है और परेशान हो रहे हैं.।

झाबुआ विकासखंड के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत नवापाड़ा भंडारिया के ग्रामीणजनो को , विगत कई महीनों से सेल्समैन द्वारा शासन द्वारा निर्धारित मात्रा से कम अनाज दिया जा रहा है कम मात्रा में अनाज मिलने से ग्रामीण जनों में काफी आक्रोश है । ग्रामीण जनों का कहना है कि सैल्समैन द्वारा अनाज शासन द्वारा निर्धारित मात्रा में नहीं दिया जाता है । नवापाडा भंडारिया की उचित मूल्य की दुकान पर सेल्समैन महिलाओं को अनाज आधा- आधा देकर भगा देते है । पूरा अनाज की मांग करते तो झगड़ा करने उतर जाते हैं यह सेल्समेन का नाम सोहन कट्ठा है ।महिलाओं का यह भी कहना हैं कि जहां 35 किलो अनाज दिया जाना चाहिए , वहां इस सोसायटी संचालक या सेल्समैन द्वारा 20 किलो या 15 किलो अनाज देकर इतिश्री की जा रही है और बाद में देने का बहाना कहकर ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार भी करता है । कुछ महिलाओं का कहना है कि हमें 3 माह से राशन नहीं मिला , तो कुछ का कहना है कि हमें 5 माह से , वही एक महिला का कहना है मुझे तो करीब डेढ़ वर्ष से अनाज नहीं मिला है । इसके अलावा सेल्समैन दो महीने से सिर्फ चावल का ही वितरण कर रहा.हैं । विगत दो माह से गेहूं का वितरण नहीं किया जा रहा हैं । यह जांच का विषय है । शासन प्रशासन को चाहिए कि इसकी संपूर्ण रूप से जांच की जाए कि आखिर क्यों उचित मूल्य की दुकान से गेहूं का वितरण ग्रामीण जनों को क्यों नहीं किया गया । और क्यों यहां सेल्समैन ग्रामीण जनों को आधा अधूरा अनाज देकर कर उनके साथ दुर्व्यवहार करता रहेगा और शासन की योजना को पलीता लगाता रहेगा था । क्या प्रशासन इस ओर ध्यान देकर कोई जांच और कार्रवाई करेगा या फिर यह सेल्समैन यूं ही मनमानी करता रहेगा और अधूरा अनाज ही वितरण करता रहेगा….?

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