हरियाली अमावस्या पर माहेष्वरी समाज के लक्ष्मीपति मंदिर में पूजा अर्चन कर आकर्षक झांकी बनाई गई । महिलाओं ने भगवान बाल गोपाल को झुला झुलाया, मधुर भजनों से गुज उठा पूरा मंदिर
हरियाली अमावस्या पर माहेष्वरी समाज के लक्ष्मीपति मंदिर में पूजा अर्चन कर आकर्षक झांकी बनाई गई । महिलाओं ने भगवान बाल गोपाल को झुला झुलाया, मधुर भजनों से गुज उठा पूरा मंदिर झाबुआ । सावन के पवित्र महीने में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। सावन अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान,पूजा-पाठ,दान और ध्यान करने का महत्व होता है । इस दिन भगवान का हरियाली से आच्छादित श्रृंगार पूजन करने से पूरा वर्ष खुशनुमा बन जाता हैे । उक्त विचार माहेश्वरी समाज की महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती किरण माहेश्वरी ने स्थानीय लक्ष्मीपति मंदिर में हरियाली अमावस्या के अवसर पर उपस्थित महिलाओं एवं श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहीं । उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाली अमावस्या पर भगवान श्री लक्ष्मीपति जी का विशेष श्रंृगार माहेश्वरी समाज की महिला संगठन झाबुआ की ओर से किया गया तथा हरियाली पर्व पर श्री लक्ष्मीनाथ भगवान की विशेष झांकी तैयार की गई । मंदिर मे बिराजिम भगवान बाल गोपाल का झूला श्रंृगार कर उन्हे लाड के साथ झूले मे झुलाया गया तािा श्रद्धालु महिलाओं ने सुंदर सुंदर भजन किए । भजन मंडली में रेखा माहेश्वरी, अंजू सोनी, विजया बजाज, अर्चना माहेश्वरी, रीना बांगड़, दिव्या माहेश्वरी, वीणा माहेश्वरी, मधु माहेश्वरी, सुनीता माहेश्वरी, विद्या माहेश्वरी, कृष्णा सोनी, रितु माहेश्वरी, विनीता माहेश्वरी ,आरती माहेश्वरी, ममता बांगर, भावना माहेश्वरी, मेघा माहेश्वरी, संगीता माहेश्वरी, आभा डागा, निर्मला माहेश्वरी ,भारतीय बांगड़ ,इंदु बांगड़ ,किरण जाखेतिया, विद्या आचार्य, सहित बडी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही । महामंगल आरती के बाद प्रसादी का वितरण किया गया तथा एक दुसरे को हरियाली पर्व की बधाईया दी गई ।