झाबुआ

सांसद व नगर पालिका अध्यक्ष के वार्ड में ही हो रहा है घटिया निर्माण कार्य

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बिना खुदाई के ही बना रहा ठेकेदार नाली का निर्माण

वार्ड नंबर 12 का मामला

नगर पालिका का की शह पर दे रहा ठेकेदार घटिया कार्य को अंजाम

झाबुआ। जिस वार्ड में सांसद कांतिलाल भूरिया निवासरत है उसी वार्ड में नगर पालिका अध्यक्ष मनु बेन डोडियार भी इसी वार्ड में निवासरत होने के बावजूद भी नाली का घटिया निर्माण कार्य ठेकेदार अंजाम देता हुआ नजर आ रहा है। उसे सांसद भुरिया के वार्ड की भी कोई चिंता नहीं वहीं नगर पालिका अध्यक्ष मनु बेन डोडियार का भी उसे खौफ नजर नहीं आ रहा है। कोई नगरपालिका जिम्मेदार व्यक्ति ठेकेदार को शह देता हुआ नजर आ रहा है जिसके कारण ठेकेदार के भी हौसले इतने बुलंद है कि वह सांसद व नगर पालिका अध्यक्ष की भी चिंता करे बगैर ही घटिया कार्य को अंजाम देता नजर आ रहा है इससे बड़ी दुर गति क्या होगी। वह नाली में पड़ी गंदगी को भी नहीं हटा रहा है उसी पर माल डाल के नाली का नव निर्माण किया जा रहा है। कि जिस वार्ड में सांसद वह अध्यक्ष रहते हुए भी इस प्रकार का कार्य हो रहा होगा तो अन्य वार्डों में कैसा कार्य होगा यह सोचनीय प्रश्न है। वार्ड नंबर 12 में नाली का निर्माण कार्य नगर पालिका की ओर ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है।

जिस ठेकेदार द्वारा वार्ड नंबर 12 गोपाल कॉलोनी पुलिस कंट्रोल रूम के सामने जिस नाली का निर्माण कार्य किया जा रहा है उस नाली का निर्माण कार्य उक्त ठेकेदार बिना खुदाई के ही लोहे की जाली बिछाकर कर रहा है। जबकि नगर पालिका के स्टीमेट के द्वारा नाली के निर्माण कार्य में जो खुदाई कर गहरीकरण कर निर्माण कार्य नाली का करना था वह भी ठेकेदार द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिससे साफ जाहिर है कि ठेकेदार और नगर पालिका की मिलीभगत से इस निर्माण कार्य को ठेकेदार बखूबी ढंग से अंजाम देकर पूरा कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है जिससे साफ जाहिर है कि वार्ड वासी अमित डावर का कहना है कि नगर पालिका को उक्त ठेकेदार द्वारा कमाने का ऐसा ही चस्का था तो नगरपालिका को उसे पूरी लागत के लाखों रुपए यूं ही भ्रष्टाचार के रूप में रिश्वत के तौर पर उक्त ठेकेदार को दे देने चाहिए थे। जिससे यह घटिया कार्य यही होता कि नहीं होता जिससे ठेकेदार व जिम्मेदार दोनों ही मलाई आपस में मलाई सुत लेते। नगर पालिका के कर्मचारी दोनों आपस में मिल जुलकर के दोनों माल अपने लाखों रुपए के रूप में रिश्वत के तौर हजम कर लेते।

जिससे यही होता कि वार्ड वासियों को जो नाली की उपलब्धि मिलना थी वह नहीं मिलती। ऐसे भी तो इतने समय से वार्ड वासी बिना नाली के काम चला रहे थे। यूं भी तो घटिया निर्माण कार्य करके कौन सी नगर पालिका उपलब्धि ले लेगी। जिससे काम कम और बदनामी ज्यादा हो रही है। नगर वासियों अमृत व गोपाल का कहना है कि इस के कार्य करके नगर पालिका बेवजह की भ्रष्टाचार की बदनामी का दाग क्यों मोल लेती रहती है। अच्छा ही करना हो तो ऐसा कार्य करें कि लोगों के जनहित में अच्छे कार्य करके उपलब्धि पाए इस प्रकार के भ्रष्टाचार करने से अच्छाइयां कम और बुराइयां ज्यादा मिलेगी नगर पालिका को। इसका खामियाजा आगामी चुनाव में भी असर पड़ेगा। जिससे ठेकेदार तो मात्र माल सूत्र लेगा। और कमिशन खोर अपना कमीशन पका लेगे। पर परिषद की बदनामी होगी तो उसे बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना आने वाले समय में पढ़ सकता है।

ठेकेदार बिना खुदाई के बना रहा नाली

नाली का काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि संजय सोनी उर्फ बाजी के नाम से विख्यात उक्त ठेकेदार जिस नाली का निर्माण कार्य कर क्या जा रहा है। लोगों का कहना है मात्र फौरी तौर पर ऊपर जाली बिछाकर के घटिया मटीरियल डालकर के नाली का निर्माण कार्य कर रहा है जबकि स्टीमेट के द्वारा नाली की जगह पर खुदाई करके नाली का नव निर्माण करना है उक्त ठेकेदार द्वारा नगरपालिका के मंसूबों पर पानी फेर कर के किसी उच्च अधिकारी की सेटिंग कर नाली के निर्माण कार्य पर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता दिखाई दे रहा है। जिससे साफ जाहिर है कि कोई ना कोई नगरपालिका की और से ठेकेदार को मदद करता दिखाई दे रहा है। जिसके कारण वह भ्रष्टाचार को अंजाम देने से ठेकेदार बाज नहीं आ रहा है।

स्टीमेट को ठेकेदार ने डाला रद्दी की टोकरी में

नगर पालिका इंजीनियर जोशी ने नगर पालिका से मोबाइल पर संबंधित ठेकेदार को चेतावनी भी दी कि आप अपना कार्य स्टीमेट के आधार पर करें। लेकिन ठेकेदार इंजीनियर की बातों को तवज्जो न देते हुए अपनी मंशा और अपनी दादागिरी के कारण इंजीनियर की बात को तवज्जो देते हुए नजर नहीं आ रहा है। उक्त नाली के पास रहे रहवासी कह रहे हैं कि

ठेकेदार द्वारा वार्ड नंबर 12 गोपाल कॉलोनी का नाली बनाने का ठेका नगर पालिका की ओर से मिला है उसमें साफ स्टीमेट में लिख रखा है कि उक्त ठेकेदार नाली के नव निर्माण के लिए लंबाई चौड़ाई और खुदाई कर बराबर इंस्ट्रूमेंट के आधार पर नाली का निर्माण कार्य करें लेकिन ठेकेदार द्वारा उक्त स्टूडेंट को रद्दी में टोकरी में डाल कर उक्त भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती हुई नाली को बखूबी ढंग से अंजाम दे रहा है। नाली की लंबाई चौड़ाई और गहराई स्टीमेट से विपरीत जाती हुई दिखाई दे रही है जबकि जो नाली की पाल बनाई जा रही है वह भी बेतुकी ढंग से घटिया क्वालिटी की दिखाई दे रही है।

ठेकेदार द्वारा किराये सामान भी नहीं ला पाया

वार्ड नंबर 12 में जिस नाली का निर्माण कार्य किया जा रहा है उस नाली को बनाने के लिए नदी के किनारे पर लगने वाले तारापे पर व प्लेटो की आवश्यकता पड़ती है लेकिन ठेकेदार इतना घटिया कार्य करके पलेटे भी किराए से नहीं लागा करके कार्य कर रहा है जिससे नाली की जो छवि दिखना चाहिए वह भी नहीं देख पा रही है। ठेकेदार आड़े टेढ़े पत्रे व अन्य चीजें लगा कर के नाली बनाने में जुटा है। इससे साफ जाहिर है कि नगर पालिका अध्यक्ष जिस वार्ड में रह रही है। उस वार्ड में इतना घटिया निर्माण कार्य होगा यह लोगों ने सोचा भी नहीं था।

जिम्मेदार बोले

आपने हमारे संज्ञान में डाला है मैं टेक्निसल बताता हूं फिर कुछ बता पाऊंगा।

एल एस डोडिया

नगर पालिका अधिकारी झाबुआ

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