“नगर निगम अध्यक्ष पद पर भाजपा की मनीषा शर्मा हुई विजय रतलाम ~~नगर निगम अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा के पार्षद पद पर तीन पारी खेलने वाली सिनियर महिला नेत्री मनीषा शर्मा का भाग्य अब निगम के अध्यक्ष पद को संभालने के लिए उदय हुआ हैं।
बुधवार को निगम सम्मेलन के दौरान हुए अध्यक्ष पद के चुनाव में मनीषा शर्मा विजय हुई।उन्होंने 50 में से 34 मत हासिल किए,वहीं कांग्रेस की प्रत्याशी भावना पेमाल को मात्र 16 वोट मिले।इस तरह मनीषा शर्मा निगम की अध्यक्ष चुन ली गई।आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ से निगम अध्यक्ष के लिए तीन दावेदारों के नाम चल रहे थे।पहली बार पार्षद बने दिलीप गांधी और तीसरी बार पार्षद बनी मनीषा मनोज शर्मा थी।वहीं तीसरा नाम भगतसिंह भदौरिया का सामने आया था।सूत्र बताते हैं कि भगतसिंह भदोरिया के मना करने पर बचे हुए दो नाम दिलीप गांधी और मनीषा शर्मा के रह जाने पर इन दोनों में से एक के नाम पर सहमति बनाने के लिए मंगलवार को चुनाव को लेकर आए संगठन के पदाधिकारी ने मनीषा शर्मा का तय कर दिया।इस तरह तीन बार पार्षद पद का अनुभव मनीषा शर्मा को अध्यक्ष पद तक ले गया।वहीं दिलीप गांधी का पहली बार चुनाव जीतना और अनुभव की कमी होना कहीं न कहीं उन्हें पद तक नहीं ले जा सका। आपको बता दें कि नगर निगम अध्यक्ष के रूप में अभी तक पुरुष ही काबिज होते रहे हैं।इस बार पहली बार ऐसा हुआ हैं कि निगम अध्यक्ष के रूप में एक महिला ने चुनाव जीता है।
निगम अध्यक्ष पद के लिए भाजपा में सामने आए पुरुष दावेदारों को पीछे छोडते हुए वरिष्ठ पार्षद मनीषा मनोज शर्मा को निगम अध्यक्ष के पद पर चुन लिया गया है। नगर निगम परिषद के इतिहास में पहली बार निगम अध्यक्ष की कुर्सी कोई महिला सम्हालेगी। भाजपा संगठन ने आखरी वक्त तक गोपनीयता बरतते हुए अंतिम क्षणों में श्रीमती शर्मा को अध्यक्ष पद हेतु प्रत्याशी बनाया था।
निगम परिषद में 30 वार्डों का चुनाव जीत कर भाजपा ने पहले ही स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया था और अध्यक्ष पद पर भाजपा की जीत तय थी,लेकिन फिर भी क्रास वोटिंग या खरीद फरोख्त की आशंकाओं के चलते भाजपा ने आखरी वक्त तक प्रत्याशी के नाम को लेकर गोपनीयता बरती। अध्यक्ष पद को लेकर भाजपा में भगत भदौरिया,दिलीप गांधी इत्यादि के नाम चर्चाओं में थे,लेकिन भाजपा संगठन ने आखरी वक्त में मनीषा मनोज शर्मा का नाम आगे करके सभी को चौंका दिया।अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में श्रीमती शर्मा को भाजपा के अलावा 3 अन्य पार्षदों के वोट भी मिले। उन्हे कुल 34 वोट मिले। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी भावना पैमाल को मात्र 16 वोट मिले। इस प्रकार भाजपा की श्रीमती मनीषा मनोज शर्मा निगम परिषद की पहली महिला सभापति निर्वाचित हो गई।
आलोट में भाजपा की ममता जैन बनी अध्यक्ष
नगर पंचायत आलोट और धामनोद में भाजपा की अध्यक्ष निर्वाचित हो गई हैं। आलोट में भाजपा की तरफ से खड़ी हुई ममता विमल जैन के सामने निर्दलीय पार्षद का चुनाव जीतकर आए पूर्व नपं अध्यक्ष पवन शर्मा खड़े हुए थे। भाजपा की ममता जैन को 11 और पवन शर्मा को महज 4 वोट मिले।
धामनोद में दुर्गा बनी अध्यक्ष
धामनोद नगर पंचायत में भी भाजपा का कब्जा हो गया है। भाजपा की तरफ से दुर्गा अजय डिंडोर को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। धामनोद नगर पंचायत में भाजपा के पार्षदों की संख्या ज्यादा 11 है जबकि कांग्रेस 1 और 3 निर्दलीयों की संख्या कम होने से दुर्गा निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई।
ताल में भाजपा के मुकेश परमार
ताल नगर पंचायत में भाजपा के मुकेश परमार ने बाजी मार ली है। यहां भाजपा 4, कांग्रेस 5 और निर्दलियों की संख्या 6 थी। इससे चुनाव रोचक हो गया था। भाजपा ने मुकेश परमार पर दाव खेला और भाजपा ने बाजी मार ली। मुकेश परमार को 11 वोट मिले जबकि कांग्रेस की तरफ से खड़़े हुए बंकट राठौड़ को महज चार वोट मिले।