झाबुआ

श्रावणी पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ बसंत कॉलोनी, गायत्री शक्तिपीठ कॉलेज मार्ग एवं प्राचीन जगदीश मंदिर पर हुआ कार्यक्रम

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गायत्री परिजनों, ब्राम्हण एवं विद्वानजनों ने विधि-विधान के साथ बदला जनेऊ

दौलत गोलानी की रिपोर्ट

झाबुआ। 11 अगस्त, गुरूवार को शहर के गायत्री शक्तिपीठ बसंत कॉलोनी एवं गायत्री शक्तिपीठ कॉलेज मार्ग से जुड़े गायत्री परिजनांे ने विधि-विधान से पूजन-हवन कर जनेऊ बदली। इसके साथ ही कॉलेज मार्ग स्थित प्राचीन जगदीश मंदिर पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ब्राम्हण-विद्वानजनों ने यहां विधि-पूजन के साथ जनेऊ बदलने का कार्य किया


11 अगस्त, गुरूवार को सुबह श्रावणी पर्व पर गायत्री शक्ति पीठ बसंत कालोनी से जुड़े परिजनों ने शहर से सटे किशनपुरी में अनास नदी के तट पर सुबह 8 बजे श्रावणी उपाकर्म ( जनेऊ परिवर्तन) विधि-विधान के साथ किया। तीर्थ आव्हान के बाद 10 स्नान, जिसमें भस्म, भृतिका, गौमाय, हरिद्रा, मधु, हव दुग्ध, दग्धी, हव मूत्र, गंगा जल, एवं कुशा स्नान के बाद नदी में स्नान कर जनेऊ बदला गया। जिसमें मुख्य रूप से गायत्री परिवार के वरिष्ठ एसएस पुरोहित, दिनेश डांगी, निलेश पुरोहित, प्रशांत मल्लिक, विनोद गुप्ता आदि ने सहभागिता की। जिसके बाद गायत्री शक्तिपीठ बसंत कॉलोनी पर यज्ञ कर आहूतियां डाली गई। इस दौरान सभी ने पर्यावरण को बढ़ावा देने हेतु पौधारोपण करने का भी संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल ने किया। जिसमें पियूष जायसवाल एवं अरुण अरोड़ा ने भी सहयोग प्रदान किया।
विधि-विधान से नई यज्ञोपवित धारण की
इसी प्रकार गायत्री शक्तिपीठ कॉलेज मार्ग पर भी रक्षाबंधन पर्व पर श्रावणी उपाक्रम संपन्न किया गया। जिसमें संपूर्ण विधि गायत्री परिवार के जिला समन्वयक पं. घनश्यामदास बैरागी ने संपन्न करवाई। निर्धारित क्रम में स्नान, पितृ-तर्पण, शिव अभिषेक, यज्ञ आहुति के बाद सभी गायत्री परिजनों ने नई यज्ञोपवित धारण की।
ब्राम्हण-विद्वानजनों ने मनाया श्रावणी उपाकर्म
कॉलेज मार्ग स्थित प्राचीन जगदीश मंदिर पर पीढ़ी दर पीढ़ी यहां ब्राम्हण एवं विद्वानजनों द्वारा रक्षाबंधन पर श्रावण उपाकर्म मनाते हुए शहर के ब्राम्हण एवं विद्वानजन विधि-विधान से नए यज्ञोपवित (धारण) करते है। इस वर्ष भी यहां बड़ी संख्या में समाज के पुरूष वर्ग, जिसमें युवाओं ने भी सहभगिता कर यह विधि संपन्न की। विधि वरिष्ठ विद्वान पं. भागवत शुक्ल एवं पं. हिमांशु शुक्ल ने संपन्न करवाई।

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