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रतलाम जिले में भारी बारिश से नदी नाले उफने, पिपलौदा में बस पलटी, अगले कुछ घंटों में अति भारी बारिश का अनुमान, कलेक्टर ने अफसरों को किया अलर्ट

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रतलाम~~रतलाम जिले में भारी बारिश से नदी नाले उफने, पिपलौदा में बस पलटी, अगले कुछ घंटों में अति भारी बारिश का अनुमान, कलेक्टर ने अफसरों को किया अलर्ट!
मप्र के रतलाम जिले में सोमवार से भारी बारिश जारी है। इससे नदी-नाले उफन रहे हैं और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है। मौसम विभाग ने आगे भी भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

भारी बारिश से पिपलौदा में रोजड़ नदी उफन पड़ी जिससे बस स्टैंड पर खड़ी बस इस तरह नाले में गिरते-गिरते बची।
रतलाम । रतलाम शहर सहित जिले में सोमवार शाम से लगातार बारिश जारी है। कई इलाकों में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। पिपलौदा में भारी बारिश के चलते रोजड़ नदी उफनने से बस स्टैंड पर खड़ी एक बस बलट गई। जिले में अब तक कुल 680 मिली मीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है।

जिले में सोमवार से बारिश जारी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 17 अगस्त को सुबह 8 बजे तक भारी से अति भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। रतलाम जिले में अब तक 680.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। गत वर्ष इस अवधि तक औसत 590.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी। जिले में गत 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह 8.00 बजे तक औसत 78.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। आलोट में 78 मिलीमीटर, जावरा में 134 मिलीमीटर, ताल में 66 मिलीमीटर, पिपलौदा में 119 मिलीमीटर, बाजना में 78 मिलीमीटर, रतलाम में 54 मिलीमीटर, रावटी में 35.6 मिलीमीटर तथा सैलाना में 66 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। उल्लेखनीय है कि रतलाम जिले की सामान्य वर्षा 918.3 मिलीमीटर है।

बीते कुछ घंटों के दौरान हुई भारी बारिश के कारण जिले में कई स्थानों पर नदी-नाले उफन पड़े। पिपलौदा की रोजड़ नदी का पानी पुलिया के ऊपर से होकर बह रहा था। नदी का पानी बस स्टैंड और सड़कों पर भी भर गया। इससे बस स्टैंड पर खड़ी एक बस पलट गई और नाले में गिरते-गिरते रह गई। इस दौरान बस में चालक और क्लीनर मौजूद थे। दोनों ही सुरक्षित हैं।

कलेक्टर ने अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए

जिले में जारी लगातार वर्षा के चलते कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने संबंधित अधिकारियों की एक बैठक लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिले में बांधों पर नजर रखी जाए, उनमें पानी के जमाव की जानकारी सतत प्रदान की जाए। जलस्तर बढ़ता है तो तत्काल सूचित कर  एक्शन लें। पुल-पुलिया पर नजर रखें, पुल-पुलिया पर वर्षा का पानी चढ़ने की स्थिति में कोई आवागमन नहीं हो और वाहन नहीं गुजरें। इसके लिए आवश्यक पुलिस बल की तैनाती तथा ड्रॉप गेट इत्यादि व्यवस्था की जाए। नगर निगम शहर में निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति पर नजर रखें। सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में पानी के बहाव, झरनों तथा अन्य जल संरचनाओं पर जोखिम की स्थिति में लोग नहीं पहुंचे यह सुनिश्चित करें। नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी पर निगाह रखी जाए।

बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में अपर कलेक्टर एम. एल. आर्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार, एसडीएम संजीव पांडेय, निगम आयुक्त अभिषेक गहलोत, जिला होमगार्ड कमांडेंट रोशनी बिलवाल, तहसीलदार अनीता चोकोटिया, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री अनुराग सिंह, पीएचई तथा जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री आदि उपस्थित थे।”

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