“7 बसों की फिटनेस निरस्त की गई, परमिट नहीं होने पर एक बस जप्त बीते सप्ताह जिले के जावरा -उज्जैन रोड पर स्कूली वाहन हादसे में चार बच्चो की दर्दनाक मौत हो गई थी। हादसे के एक सप्ताह बाद कलेक्टर के निर्देश पर सुस्त जिला परिवहन विभाग,की नीद खुली। जिसके बाद जिले में स्कूली बसों की चेकिंग शुरू हुई।
कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के निर्देश पर स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए जिला परिवहन अधिकारी दीपक माझी तथा ट्रैफिक डीएसपी श्री राय द्वारा गुरुवार को हिमालय स्कूल तथा नोबल स्कूल की बसों की चेकिंग की गई ।
इस दौरान मानकों के अनुरूप स्पीड गवर्नर तथा सीसीटीवी कैमरे नहीं होने एवं अन्य कमियां पाए जाने पर 7 बसों की फिटनेस निरस्त की गई। इस दौरान माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत 37 बसें, 5 मैजिक वाहन तथा 4 तूफान वाहन चेक किए गए।
इसके अलावा परमिट नहीं होने पर एक बस जप्त की गई। साथ ही चार वाहनों पर 34 हजार 400 रूपए की चालानी कार्रवाई भी की गई। बसों की स्पीड का टेस्ट स्वयं जिला परिवहन अधिकारी द्वारा बस में बैठकर बस ड्राइवर से चलवा कर किया गया।
बस की स्पीड लिमिट क्रॉस कर रही थी, इसलिए फिटनेस मौके पर ही निरस्त की गई। इस दौरान सभी ड्राइवरों पर डाक्टरों को नियमों दिशा निर्देशों के बारे में समझाइश दी गई, काउंसलिंग की गई।
इसके अलावा अधिकारियों द्वारा सात दिवस के अंदर सभी दस्तावेज एवं गाइड लाइन के पालन हेतु स्कूल को नोटिस जारी किया गया। सात दिवस के भीतर ड्राइवर का पुलिस वेरिफिकेशन, वर्दी, नेम प्लेट एवं सभी दस्तावेज पूर्ण नहीं करने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
जिन बसों की फिटनेस निरस्त की गई उनमें एम.पी. 43-पी 0180, एम.पी. 43-पी 0247, एम.पी. 43-पी 0248, एम.पी. 43-पी 0195, एम.पी. 43-पी 0677. एम.पी. 43-पी 1277 तथा एम.पी. 43-पी 0348 शामिल हैं तथा वाहन क्रमांक एम.पी. 43-पी 0248 को जब्त किया गया है।,(इ खबर टुडे)से साभार