झाबुआ, 01 सितम्बर 2022। विगत वर्षों का अनुभव रहा है कि रबी मौसम मे कृषकों को विभिन्न प्रकार के रासायनिक खाद विशेषकर डी.ए.पी., यूरिया, एन.पी.के. एवं पोटाश की जब आवश्यकता रहती है तब कृषकों की अत्यधिक मांग की वजह से उर्वरक विक्रय केन्द्रो पर उपलब्ध नही रहता और कृषक उर्वरक के लिये परेशान होते है। उपरोक्त तथ्यो के मद्देनजर कलेक्टर सोमेश मिश्रा के मार्गदर्शन मे उर्वरक अग्रिम भण्डार योजना रबी 2022 हेतु उर्वरको की भण्डारण व्यवस्था की समीक्षा की गई उप संचालक कृषि श्री एन.एस. रावत द्वारा बताया गया कि कृषकों को उर्वरको की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु शासन द्वारा रासायनिक उर्वरक की अग्रिम भण्डारण योजना संचालित की जाती है ,इस योजना मे रबी 2022 के लिये रासायनिक उर्वरक के अग्रिम उठाव हेतू विपणन संघ/सहकारी समितियो के गोदामों मे अद्यतन स्थिति मे डी.ए.पी. 1588 मे.टन एन.पी.के. 86 मे.टन, यूरिया 1731 मे.टन, एवं एम.ओ.पी. 135 मे.टन भण्डारित करवाया गया है। कृषक बन्धू 15 सितम्बर 2022 तक सहकारी समितियों के गोदामों से अपनी आवश्यकता के अनुसार उर्वरक नगद/साख पर प्राप्त कर योजना का लाभ उठा सकते है।
योजनांन्तर्गत विपणन संघ/सहकारी समितियो के गोदामों मे भण्डारण कार्य निरंतर जारी है। जिले मे सहकारी समितियों की भण्डारण क्षमता सीमित है एवं यदि कृषकबन्धू उक्त योजनां के अनुसार अपनी आवश्यकता का रासायनिक उर्वरक सहकारी समितियों से प्राप्त कर लेते है तो सहकारी समितियों की भण्डारण क्षमता मे वृद्धि हो कर उनकी कार्यक्षमता मे वृद्धि हो सकेगी जिससे क्षैत्र के अन्य कृषकों हेतु उनकी आवश्यकता का रासायनिक उर्वरक सहकारी समितियां मे भण्डारित करने मे मदद मिल सकेगी, जिसे वे अपनी आवश्यकता के अनुसार प्राप्त कर सकेगें एवं ग्राम/जिले मे रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता बनी रह सकेगी।