रतलाम, । शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रतलाम की छात्रा कु. मीनाक्षी व्यास ‘मां तुझे प्रणाम योजना’ के अंतर्गत भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा वाघा हुसैनीवाला बॉर्डर का भ्रमण कर रतलाम लौटी। मीनाक्षी ने बताया ऐतिहासिक राष्ट्रीय स्मारकों की यात्रा की तो ऐसा लगा राष्ट्रीय तीर्थ है।
शहीद स्थल की मिट्टी से प्राचार्य को तिलक करती हुई मीनाक्षी
उन्होंने बॉर्डर से लाई गई मिट्टी से महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. के. कटारे, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सुरेश कटारिया, डॉ. सुषमा कटारे, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी प्रो. डॉ. अनामिका सारस्वत, प्रो. नीलोफर ख़ामोशी तथा अन्य सभी प्राध्यापको का तिलक किया। वाघा बॉर्डर से लाया गया स्मृति चिह्न प्राचार्य को भेंट किया।
ऐतिहासिक स्थानों पर कराया गया भ्रमण, जो थे राष्ट्रीय तीर्थ के समान
मीनाक्षी ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि उन्हें शहीद भगत सिंह की याद में बना राष्ट्रीय शहीद स्मारक, हुसैनीवाला बॉर्डर, जलियांवाला बाग हत्याकांड स्थल, वाघा अटारी बॉर्डर, स्वर्ण मंदिर एवं ऐतिहासिक स्थानों पर भ्रमण कराया गया। छात्रा ने बताया कि यह एक राष्ट्रीय तीर्थ के समान था जहां देश भक्ति, राष्ट्र प्रेम और राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव महसूस किया।
दी मंगलकामनाएं
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अनिल जैन, डॉ. सुनीता श्रीमाल, डॉ. सुरेश चौहान, डॉ. माणिक डांगे, डॉ. मीना सिसोदिया, डॉ. बी. वर्षा, प्रो. वी. के. जैन एम. एल. गांगले, प्रो. उमेश सिंह, प्रो. मधु गुप्ता ने छात्रा को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।(sabhar har mudda se )