फिर डुबने से हुई मौत, सायकल सवाल किशोर का बेलेंस बिगडने से सडक किनारे खोदे गये गड्ढे में गिरने से जीवनलीला हुई समाप्त । दोस्तों ने दी सूचना, परिजन पहुंचे – ले गए अस्पताल, हुआ मृत घोषित– प्रशासन की अनदेखी के चलते खनन करने वालों की मनमानी
फिर डुबने से हुई मौत, सायकल सवाल किशोर का बेलेंस बिगडने से सडक किनारे खोदे गये गड्ढे में गिरने से जीवनलीला हुई समाप्त । दोस्तों ने दी सूचना, परिजन पहुंचे – ले गए अस्पताल, हुआ मृत घोषित– प्रशासन की अनदेखी के चलते खनन करने वालों की मनमानी
रतलाम। रविवार की छुट्टी थी। दोस्तों के साथ किशोर साइकिल से खेत पर जाने के लिए निकला था। तभी साइकिल का बैलेंस बिगड़ा और सड़क किनारे खोदी गई तलैया में गिर गया, मगर वह बाहर नहीं निकल पाया। दोस्त ने तत्काल सूचना दी। सभी दौड़कर गए निकाला, तब तक उसकी सांस थम गई थी। अस्पताल लेकर आए चिकित्सक ने परीक्षण कर मृत घोषित कर दिया।
सड़क किनारे की ऐसी तलैया देती है मौत को न्योता
यह हादसा हुआ करमदी रोड निवासी 12 वर्षीय खुशाल राठौर के साथ। दादा रमेशलाल राठौड़ का राजदुलारा और पिता अशोकलाल राठौड़ का प्यारा खुशाल दो दोस्तों के साथ साइकिल पर सवार होकर खेत की तरफ जा रहा था, तभी साइकिल का बैलेंस बिगड़ने के कारण कालिका विहार कॉलोनी मार्ग पर सड़क के किनारे खनन माफियाओं द्वारा खोदी गई तलैया में गिर गया। दोस्तों ने कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हुए। तत्काल घर पर आए और परिजनों को बताया।
किया अंतिम संस्कार
आसपास के लोग भी पहुंचे, तलैया से निकाला लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। परिजन उसे अस्पताल लेकर आए जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पीएम के पश्चात शव परिजनों को सौंपा और त्रिवेणी मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया।
हादसों के बाद भी नहीं जागा प्रशासन
परिजनों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के चलते सड़क किनारे की मिट्टी व मोरम को खोदकर ले जाने वाले लोगों के कारण बारिश में गड्ढों का पता नहीं चलता कि कितने गहरे हैं। हादसे हो जाते हैं। छोटे-छोटे खनन माफिया के खिलाफ जिला प्रशासन सक्रिय रहता तो ऐसे हादसों को रोका जा सकता था। जबकि जिले में लगातार ऐसे हादसे हो रहे हैं फिर भी प्रशासन जागा नहीं है। 2 दिन पहले ही तीन बहनों की मौत डूबने के कारण हो गई थी। इसके पहले 27 अगस्त डी मार्ट पीछे तलैया में डूबने से भी एक किशोर की मौत हो गई है।( हरमुद्दा से साभार)