जन सम्पर्क के समाचार-कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत का ग्राम भूतेड़ा में आत्मिक स्वागत-अभिनंदन किया गया~~सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने अष्टविनायक मंदिर में की गणपति बप्पा की आरती
कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत का ग्राम भूतेड़ा में आत्मिक स्वागत–अभिनंदन किया गया
रतलाम/ कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत का जिले में आगमन के दौरान सोमवार को विकासखंड जावरा के ग्राम भूतेड़ा में आगमन पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लालाबाई सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणजनों द्वारा भव्य आत्मीय स्वागत-अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर श्रीमती अनीता गहलोत, पूर्व विधायक श्री जितेंद्र गहलोत, जनपद जावरा अध्यक्ष श्रीमती रुकमणी बाई, बड़ावदा के पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजय चावड़ा, ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती पिंकी मीणा, एसडीएम श्री हिमांशु प्रजापति आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल श्री गहलोत ने कहा कि वे आलोट क्षेत्र के ऋणी है। क्षेत्र के लोगों की जो भी अपेक्षा होगी उनके द्वारा पूर्ण करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वयं उनके तथा विधायक श्री जितेंद्र गहलोत द्वारा आलोट क्षेत्र में 17500 करोड रुपए के कार्य कराए गए हैं और अब भी समस्याओं के निराकरण में सदैव अग्रसर रहेंगे। श्री गहलोत ने अपने उद्बोधन में त्रिस्तरीय पंचायत राज तथा पंचायतों के अधिकारों कर्तव्यों का जिक्र किया। अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य को पूरा करने की समझाईश भी दी। खासतौर पर ग्राम पंचायत के अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी दी। समझबूझ एवं युक्तियुक्त ढंग से पंचायत प्रतिनिधियों को कार्य करने एवं अमन चैन कायम रखने की समझाईश दी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक आलोट श्री जितेंद्र गहलोत द्वारा भी अपने उद्गार व्यक्त किए गए। इसके पूर्व सोमवार प्रातः जिले के बड़ावदा में भी राज्यपाल श्री गहलोत के आगमन पर उनका स्थानीय नगर परिषद द्वारा भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया।
सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने अष्टविनायक मंदिर में की गणपति बप्पा की आरती
रतलाम / भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है। हिंदू धर्म में किसी भी नए काम को प्रारंभ करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। माना जाता है कि भगवान गणेश की पूजा करने के बाद प्रारंभ होने वाला कार्य हर हाल में पूरा होगा। भगवान शिव व माता पार्वती के पुत्र गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। मान्यता है कि मनुष्य जब भी किसी संकट में फंसता है और सच्चे मन से भगवान गणेश को याद करता है तो उसका संकट टल जाता है।
उक्त उदबोधन सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने अष्ट विनायक कॉलोनी मे भगवान सिद्धी विनायक गणपतिजी की महामंगल आरती में सहभागिता के समय सैकडो की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं एवं कालोनीवासियों को सबांधित करते हुए कही। श्री डामोर का ढोल की थाप के साथ आगमन पर भवभीना स्वागत अष्ट विनायक कालोनी में कालोनीवासियों द्वारा किया गया।
श्री डामोर ने गणेशोत्सव पर्व के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि देश की आजादी के आन्दोलन में गणेश उत्सव ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस अवसर पर सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने भगवान श्री गणेशजी की महामंगल आरती भी की। श्री डामोर के साथ श्रीमती सूरज डामोर भी उपस्थित रही। श्री डामोर ने आयोजको के सराहनीय योगदान की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर आयोजक विनायक मंडल के सदस्य श्री देवेंद्र वर्मा, श्री आशीष शर्मा, श्री शैलेन्द्र मिश्रा, श्री ब्रजमोहन कुरवाड़े, श्री संदीप सांकला, श्री धर्मेंद्र राठौर, श्री अमरसिंह चौहान, श्री रवीन्द्र गाडगे, श्री गोविंद व्यास, श्री शुभम जैन, श्री पीयूष जड़िया, श्री शंकर छिपा, श्री संजय भट्ट, श्री अर्जुन लोहार, श्री कैलाश प्रजापत, श्री कपिल मारोठिया, श्री हितेंद्र चौहान सहित बडी संख्या में गणमान्यजन एवं नागरिक एवं मातृशक्ति उपस्थित रहे।