झाबुआ- जिले में चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही टिकट के दावेदार सक्रिय रूप से नजर आ रहे हैं तथा पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बनकर चुनाव लड़ने के लिए जोर शोर से कोशिशें भी की जा रही है । वहीं झाबुआ नगर पालिका मैं भी पार्षद पद के चुनाव उम्मीदवारी के लिए नामांकन दाखिल करने का दौर चल रहा है गुरुवार को भी नामांकन पत्र दाखिल करने का सिलसिला जारी रहा है इसी कड़ी में वार्ड नंबर 16 से सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता अजय गुंडिया ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया । यदि हम बात करें अजय गुंडिया की तो अजय भाजपा का 2004से सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहा है ।.तथा पार्टी ने जहां कार्य के लिए कहा उसे सर्वोपरि मानकर पार्टी गाइडलाइन अनुसार कार्य किया को सर्वोपरि माना ।
।वार्ड 15 से अजय ने वषॅ मै चुनाव लडा और भीतर घात के कारण पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा अजय स्वभाव से सरल, सहज और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी हैं तथा पार्षद ना होते हुए भी वार्ड में कई बार सक्रिय रूप से कार्य करते हुए नजर आए । तथा वर्तमान चुनाव में भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी बनकर चुनाव मैदान में जाने के लिए अजय ने भी दावेदारी पेश की है इसके अलावा वार्ड 16 से तीन से चार और उम्मीदवारों ने भी भाजपा से दावेदारी की पेशकश की है.। वही कुछ वार्डो में भाजपा से दावेदारी करने वाले उम्मीदवार ज्यादा नजर आ रहे हैं । इसके अलावा कुछ पैराशूट नेता और चटर गुल्लू का कहना है कि लक्ष्मी यंत्रों के दम पर भाजपा में टिकट आसानी से मिल जाएगी । लेकिन यह पैराशूट नेता और चटरगुल्ले यह नहीं जानते कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है जहां लक्ष्मी यंत्रों के दम पर नहीं ,वार्ड सर्वे , मंडल पदाधिकारी और लोगों में उम्मीदवार की छवि को ध्यान में रखते हुए टिकट वितरित किए जाते हैं । हां यह जरूर है कि कुछ वार्डों में भाजपा से टिकट न मिलने पर , निर्दलीय उम्मीदवार बनकर भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकते है । इसके लिए भाजपा को पूर्ण रूप से तैयार रहना होगा और एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरना होगा । चूंकि पिछले नगर पालिका चुनाव में वार्ड नंबर 14 में भाजपा के ही कुछ कार्यकर्ता ने भाजपा प्रत्याशी को हराने के लिए काफी कोशिशे की और सफल भी हुए । वही इस तरह के हालात इस चुनाव में यदि फिर आते हैं तो भाजपा के लिए एक बड़ी विकट परिस्थिति हो सकती है । वहीं वार्ड नंबर 14 से भी संभवत दो से तीन दावेदारों ने भाजपा से टिकट की मांग की है इनमें से यदि एक की टिकट तय होती है और दो अन्य निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ते हैं तो यहां पर भी भाजपा को नुकसान होने की प्रबल संभावना है इसका पूर्ण फायदा कांग्रेस को प्राप्त होगा और यह वार्ड आसानी से कांग्रेस की झोली में चला जाएगा । इसके लिए भाजपा को मंथन करना होगा और कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रेरित करना होगा ।