सराहनीय कार्य किए करने पर जिला पंजीयक डॉ. अमरीश नायडू तथा वाणिज्य कर अधिकारी सुश्री डामोर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए~~कलेक्टर ने पंजीयन, आबकारी, परिवहन, खनिज आदि विभागों के लक्ष्य तथा उपलब्धि की समीक्षा की गई
कलेक्टर ने पंजीयन, आबकारी, परिवहन, खनिज आदि विभागों के लक्ष्य तथा उपलब्धि की समीक्षा की गई
सराहनीय कार्य किए करने पर जिला पंजीयक डॉ. अमरीश नायडू तथा वाणिज्य कर अधिकारी सुश्री डामोर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए
रतलाम / कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी द्वारा मंगलवार शाम जिले के पंजीयन, आबकारी, परिवहन, खनिज आदि विभागोंकी समीक्षा करते हुए उनके लक्ष्य तथा उपलब्धि की जानकारी प्राप्त की गई। इस दौरान समीक्षा में सराहनीय कार्य पाए जाने पर कलेक्टर नेजिला पंजीयक डॉ. अमरीश नायडू तथा वाणिज्य कर अधिकारी सुश्री अलका डामोर को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। बैठक में जिला परिवहन अधिकारी श्री दीपक माझी, सहायक आबकारी अधिकारी श्री मोहन मांडरे, जिला कोषालय अधिकारी श्री रमेश मौर्य, सहायक अधिकारी श्री एम.एस. मुनिया, जिला खनिज अधिकारी सुश्री आकांक्षा पटेल आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जिला पेंशन विभाग में अटके पेंशन प्रकरणों की भी समीक्षा की। बताया गया कि अभी 62 प्रकरणों का निपटारा लंबित है जिनके बारे में कलेक्टर द्वारा संबंधित कार्यालय प्रमुखों को पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान जिला पंजीयन विभाग द्वारा अपेक्षित प्रगति से भी अधिक प्रगति पाए जाने पर कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने जिला पंजीयक डॉ. अमरीश नायडू को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इसी प्रकार के सराहनीय कार्य पर जिला वाणिज्य कर अधिकारी सुश्री अलका डामोर को भी कलेक्टर द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया गया।
कलेक्टर ने वाणिज्य कर विभाग को निर्देशित किया कि सर्वे करते हुए टैक्स देने वाले पर्सन की संख्या में वृद्धि करें। जिला खनिज विभाग की भी समीक्षा की गई। विभाग की कमजोर प्रगति पर कलेक्टर ने अप्रसन्नता व्यक्त की। जिला खनिज अधिकारी सुश्री पटेल को निर्देशित किया कि अवैध उत्खनन परिवहन तथा भंडारण के प्रकरणों पर पैनी नजर रखते हुए तेजी से धरपकड़ करें, ज्यादा संख्या में प्रकरण बनाएं। कलेक्टर द्वारा खनिज विभाग तथा एसडीएम तहसीलदारों के मासिक लक्ष्य भी निर्धारित किए गए। खनिज विभाग की राजस्व वसूली भी अपेक्षाकृत कम पाई गई। जिला परिवहन विभाग की भी समीक्षा करते हुए स्कूली बसों तथा यात्री बसों की नियमित चेकिंग करने के निर्देश दिए। विभाग के राजस्व वसूली लक्ष्य की भी समीक्षा की गई।
जिला आबकारी विभाग की समीक्षा भी की गई। कलेक्टर ने पूछा कि जिले में अवैध मदिरा के विरुद्ध प्रकरणों की संख्या में कमी क्यों हैं। कार्यवाही में कमी क्यों की जा रही है, साथ ही यह भी पूछा कि अधिक मूल्य पर मदिरा विक्रय के विरुद्ध क्यों नहीं बनाए जा रहे है। कलेक्टर द्वारा आबकारी विभाग को निर्देशित किया कि जिले में अवैध मदिरा विक्रय के विरुद्ध कार्रवाई में तेजी लाई जाए।