रतलाम. लोकायुक्त लगातार संभाग में कार्रवाई करके रिश्वत लेने वालों को कार्रवाई करते हुए ऐसे सरकारी मुलाजिमों को पकड़ रही जो जनता के कामों के बदले रुपए लेते हैं। इसके बाद भी ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो इस काम को बेधडक़ कर रहे हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में तो राजस्व, कृषि और जनपद के पंचायत सचिव ग्रामीणों से खुलेआम रुपयों की मांग करके उनके काम करते हैं।
बकाया ऋण वसूली शिविर
ताजा मामला शिवगढ़ में मंगलवार को आयोजित ऋण बकाया वसूली शिविर में सामने आया है। तहहसीलदार का रीडर ग्रामीणों से अवैध वसूली करते मिला। ग्रामीणों के विरोध पर तहसीलदार ने उसे तत्काल हटा दिया। शिवगढ़ में बकाया वसूली शिविर लगाया गया था। आरोप है कि रीडर ऋषि पवार मावली ग्रामीणों से 12000 लेकर 8000 की रसीद दे रहा था।
कार्यालय को घेर लिया
कुछ लोगों ने तहसीलदार कार्यालय को घेर लिया। हाट बाजार होने के कारण लोगों की भीड़ लग गई। लोगों की भीड देखकर रीडर ने कई लोगों को वापस रुपए देने शुरू कर दिए। किसी ने उसका वीडियो बना लिया। रीडर वहां से चम्पत होने ही वाला ही था कि ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया। जानकारी जब तहसीलदार को मिली तो कर्मचारी को हटाकर मामला जांच में लिया है।
इनसे लिए अधिक रुपए
मिली जानकारी के अनुसार शांतिलाल को 8 हजार की रसीद देकर 12000 रुपए लिए, इसी प्रकार रायसिंह कालाखेत को भी कम की रसीद देकर अधिक रुपए वसूल किए थे, ऐसे कई ग्रामीण वहां मौजूद थे जिनसे अधिक वसूली की जा रही थी।
इनका कहना
शिविर में रीडर द्वारा अधिक राशि लेने का मामला मेरे संज्ञान में आया है, मैंने कार्यवाही करते हुए तुरंत को उसे हटा दिया है, मामला जांच में लिया है।
वंदना किराड़े, तहसीलदार, रावटी