अलीराजपुर

महामहिम राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग उन्मूलन अभियान की समीक्षा की , अलीराजपुर एवं झाबुआ जिले के अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश ।

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अलीराजपुर से ब्यूरो चीफ नयन टवली कि खबर ✍️

बैठक को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ।



अलीराजपुर – म.प्र. के महामहिम राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल का आज दो दिवसीय जिले के प्रवास अंतर्गत अलीराजपुर आगमन हुआ। महामहिम राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग अभियान एवं राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अलीराजपुर एवं झाबुआ जिले में हुए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने निेर्देश दिए कि सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग से पीडितों के चिन्हांकन, उपचार एवं नियमित फॉलोअप हेतु अधिकारी स्तर से मैदानी स्तर तक के व्यक्ति पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करें। महामहिम राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा घर-घर जाकर सर्वे कार्य नियमित रूप से किया जाए। डोर टू डोर सर्वे और स्क्रीनिंग की क्रॉस चैकिंग भी की जाए। उन्होंने सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग नियंत्रण हेतु जांच, दवाई वितरण, मॉनिटरिंग, नियमित फालोअप, पीडित के पोषण आहार एंव पीडित के स्वस्थ्य होने तक की जानकारी संधारित हो इसके लिए मॉड्यूल तैयार करने के निर्देश दिए। इसके लिए एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सिकलसेल एनीमिया एवं क्षय रोग के चिन्हांकित व्यक्तियों की नियमित प्रतिमाह जांच की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आंगनवाडी केन्द्रों पर प्रति मंगलवार को बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सिकलसेल जांच की जाए। उन्होंने कहा क्षय रोग चिन्हांकित व्यक्तियों के घर पर परिवारजनों की जागरूकता हेतु जागरूकता सूचना लगाई जाए। ग्राम स्तर पर जिन व्यक्तियों को दायित्व सौपे गए है उनकी भी मॉनिटरिंग हो, जिससे मैदानी स्तर पर कार्य प्रभावकारी तरीक से क्रियान्वित हो सके। उन्होंनेे निर्देश दिए कि सिकलसेल एनीमिया से बचाव एवं क्षय उन्मूलन हेतु ग्राम स्तर पर जागरूकता हेतु नुक्कड नाटक अथवा विडियो फिल्म के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। साथ ही ग्राम सभा में भी अनिवार्य रूप से सिकलसेल एवं क्षय रोग से बचाव के लिए जागरूकता के प्रयास किये जाए। बच्चाों को जागरूक करने हेतु स्कूलों एवं छात्रावासों में जागरूकता हेतु विशेष प्रयास किये जाए। निक्षय मित्रों को नियमित रूप सम्मानित किया जाए जिससे उनमें स्पूर्ति का संचार होगा। उक्त कार्यक्रमों को नियमित रूप से संचालित किया जाए। आयुष विभाग के माध्यम से आयुर्वेद दवाएं सिकलसेल एवं क्षय रोग से पीडित व्यक्ति को प्रदान की जाए। उन्होंने कहा सिकलसेल एवं क्षय रोग से ग्रसितों के जीवन को बचाने हेतु विशेष और लगन से प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा पूर्व में 0 से 18 वर्ष तक के व्यक्तियों की सिकलसेल जांच की जाती थी अब इसमें 25 वर्ष तक की आयु के व्यक्तियों की जांच हेतु प्रावधान हो गए है। बैठक में जनजातीय प्रकोष्ठ के श्री दीपक खांडेकर, राज्य स्तर से डॉ. वर्षा राय, सांसद श्री गुमानसिंह डामोर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान, विधायक जोबट क्षेत्र श्रीमती सुलोचना रावत, विधायक अलीराजपुर क्षेत्र श्री मुकेश पटेल, पूर्व विधायक श्री नागरसिंह चौहान, रेडक्रास समिति सदस्य श्री किशोर शाह, सहित गणमान्यजन उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर अलीराजपुर श्री राघवेन्द्र सिंह ने सिकलसेल एनीमिया स्क्रीनिंग एवं उपचार एवं क्षय रोग उन्मूलन हेतु जिले में चिन्हांकित व्यक्तियों, उनके उपचार हेतु किये गए प्रयासों तथा जागरूकता हेतु किये जा रहे कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की। कलेक्टर झाबुआ श्रीमती रजनी सिंह ने भी झाबुआ जिले में सिकलेसल एनीमिया स्क्रीनिंग एवं उपचार एवं क्षय रोग उन्मूलन हेतु किये जा रहे कार्यो और मैदानी स्तर के प्रयासों की जानकारी दी । बैठक में पुलिस अधीक्षक अलीराजपुर श्री मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री अगम सिंह, सीईओ जिला पंचायत अलीराजपुर श्रीमती संस्कृति जैन दोनों जिले के अधिकारीगण उपस्थित थे ।

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