झाबुआ – शहर में जैन समाज की महिलाओं द्वारा सेल टैक्स ऑफिस स्थित भरत पूरी नगरी में सामूहिक रूप से ओलीजी के तपस्वियो ने रविवार को अंतिम आयंबिल कर सोमवार को पारणा किया । जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ द्वारा सभी तपस्वियो के तप की अनुमोदना कर , उनका सम्मान किया गया । वही तपस्वीयो ने भी ओलीजी के दौरान लाभार्थियों द्वारा दी गई सेवाओं को ध्यान में रखते हुए, सभी लाभार्थियों का सम्मान किया ।
आराधना में तपस्वियो द्वारा 9 दिनों तक आराधक क्रम से प्रत्येक पद की क्रिया करते हुए आयंबिल किए जाते हैं । इस आराधना में तपस्वियो द्वारा नमक, शक्कर , घी , तेल , दूध , फल, सब्जियों, लीलोत्री का त्याग कर रुखा सुखा , उबला हुआ आहार, गर्म पानी एक ही बार में ग्रहण किया जाता है । ओली जी की आराधना वर्ष में दो बार चैत्र और अआसोज माह में आती है । देश-विदेश में लाखों जेनी ओली की आराधना हर साल करते हैं । ओलीजी शास्वत तप त्योहार माना गया है । 15 कर्मभूमि के अंतर्गत सभी जगह शाश्वत नवपद जी की ओली की आराधना होती है । जैन धर्मानुसार इन दिनों में देवलोक के देव भी समस्त भोग विलास छोड़कर नंदीश्वर दीप में अठाई महोत्सव आयोजित करके इस शाश्वती पर्व की उजमणि करते हैं । शास्त्रों में उल्लेख है कि सिद्धचक्र की आराधना करने से रोग, शोक , दुख ,संताप , आधी व्याधि दूर हो जाते हैं । इसमें श्रीपाल राजा और मैना सुंदरी का दृष्टांत प्रमुख है । सोमवार को झाबुआ शहर में भी भारत पूरी नगरी में सामूहिक पारणे के साथ नवपद ओली जी का समापन हुआ । सुबह करीब 7:30 बजे ओलीजी तपस्वियो के पारणे का क्रम शुरू हुआ । जो करीब निरंतर 9:30 बजे तक चलता रहा । इसके पश्चात चातुर्मास व्यवस्था समिति के और से अध्यक्ष मुकेश जैन और समाजजन द्वारा सभी तपस्वीयो का बहूमान किया गया और प्रभावना वितरित की गई व गिफ्ट दिए गए । इस नवपद ओली आराधना के मुख्य लाभार्थी हैं श्रीमती सुशीला देवी सकलेचा , मांगुबेन शांतिलाल जी, सुशीला देवी पन्नालाल जी, तारा देवी कांतिलाल जी, तेजमल सौ मंजूदेवी सकलेचा परिवार । तपस्वियो के बहुमान पश्चात सभी तपस्वियो ने एक साथ इन लाभार्थी परिवार को भी ओली जी के दौरान दी गई सेवाओं के लिए बहुमान किया और साधुवाद दिया । तेरापंथ समाज की ओर से पंकज कोठारी, दीपा गादीया, हंसा गादिया, अर्चना चौधरी, वैभव कोठारी ने भी लाभार्थी परिवार को शाल व माला से बहुमान किया और नमस्कार महामंत्र जाप मशीन भेट की ।