आवेदक ने जनसुनवाई में आवेदन देकर कारवाई की मांग की……
झाबुआ —– शहर के किशनपुरी में शासकीय रिक्त पड़ी भूमि पर वनकर्मी अमर सिंह राणा द्वारा दादागिरी करते हुए उक्त भूमि पर कब्जा जमाने का प्रयास किया जा रहा है और पास ही मकान निर्माणकर्ता को आए दिन वाद-विवाद कर परेशान किया जा रहा है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है जिसको लेकर आवेदक ने जनसुनवाई में आवेदन देकर कारवाई की मांग की है ।
जानकारी देते हुए आवेदक विनोद पिता महेन्द्रसिंह मेडा ने बति कि किशनपुरी (झाबुआ) पोलिटेक्निक गेट के समीप भूखण्ड प.ह.नं. 53 सर्वे नं. 178/21 रकबा 0.0160 हेक्टर है जिसका पूर्व से पश्चिम 58.125 फिट लम्बाई एवं उत्तर से दक्षिण 30 फिट चैडाई कुल क्षेत्रफल 1743.75 वर्गफिट है जिसकी चतुसीमा पूर्व में इन्दौर-अहमदाबाद रोड पश्चिम में आम रास्ता व पोलिटेक्निक गेट उत्तर में पोलिटेक्निक रेाड दक्षिण में स्व0 श्री बालु भूरिया का मकान है। उक्त भूखण्ड मेरे पिता महेन्द्रसिंह मेडा ने स्व. श्री नानजी से वर्ष 1978 में क्रय कर रजिस्ट्री करवाई थी उकसे बाद मेरे पिताजी ने मुझे दान-पत्र आधार पर मेरे नाम 12/2020 में रजिस्ट्री करवाई। वर्तमान में उक्त भूखण्ड पर मेरे द्वारा मकान निर्माण का कार्य किया जा रहा है। नानजी का पुत्र अमरसिंह राणा निर्माण कार्य में बाधा डाल रहा है उसका कहना है कि पोलिटेक्निक रोड (उत्तर) में मेरी भूमि है उसमें मेरा अधिकार है उस जगह को उनके द्वारा जे.सी.बी. मशीन लाकर खुदवा दिया है और हमें मकान का कार्य भी नहीं करने दे रहा है। जबकि उत्तर तरफ की भूमि (भूखण्ड) श्री मानसिंग पिता वेस्ता पटल्या सर्वे नं. 178 रकबा 0.0160 हेक्टर की थी वह न्यायालय भू-अर्जन अधिकारी झाबुआ के आदेश पृ.क्रं. 1/अ-82/80-81 दिनांक 29.08.91 के अनुसार पोलिटेक्निक महाविद्यालय झाबुआ के नाम रोड अन्तरित किया है।
उक्त भूमि का मुआवजा श्री मानसिंह पिता वेस्ता पटलिया को मिल चुका है। जो कि पोलिटेक्निक रोड में पूरी भूमि आ गई है। इसमें अमरसिंह राणा का कोई अधिकार नहीं है। आवेदक विनोद मेडा ने यह भी बताया कि 8 अक्टूबर को वनकर्मी अमरसिंह राणा और उसके परिजन द्वारा मेरे द्वारा मकान निर्माण के दौरान डाली गई ड्रेनेज लाइन को भी अमरसिंह राणा और उसके परिजन द्वारा तोड़कर ले गए हैं। जबकि यह लाइन मेरे निजी भूमि के अंतर्गत थी । वही अमरसिंह राणा का यह भी कहना है कि उत्तर दिशा में आप किसी भी प्रकार से दुकान निर्माण कार्य नहीं कर सकते हो । जबकि इसकी विधिवत परमिशन विनोद ने नगर पालिका से प्राप्त की है । विनोद मेडा ने इस संबंध मे झाबुआ तहसीलदार को भी आवेदन देकर उक्त रिक्त भूमि पर अमरसिंह राणा द्वारा की गई खुदाई को लेकर जानकारी भी दी गई और कारवाई हेतु निवेदन भी किया गया । लेकिन अब तक राजस्व विभाग मुख दर्शक बनकर तमाशा ही देख रहा है और वही अमर सिंह राणा द्वारा मनमानी और दादागिरी करते हुए मुझे निर्माण कार्य में रोजाना बाधा पहुंचाई जा रही है और डराया और धमकाया भी जा रहा है । आवेदक ने जनसुनवाई में कलेक्टर से उक्त वन कर्मी द्वारा की जा रही गुंडागर्दी और दादागिरी को लेकर कार्रवाई हेतु निवेदन किया है ।