आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं आयुष मंत्रालय मध्यप्रदेश सरकार के
सातवां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है जिसकी थीम “हर दिन आयुर्वेद हर घर आयुर्वेद “रखी गई है ।जिला आयुष अधिकारी डॉ रमेश चंद्र मुवेल के मार्गदर्शन में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां का आयोजन किया जा रहा है इसी क्रम में आज
*किचन_में_आयुर्वेद*” गतिविधि का आयोजन *त्रिमूर्तिकॉलोनी* धार में श्रीमती मोनिका पिपलोदिया, श्रीमती पूजा वर्मा के घर में जाकर आयुष चिकित्सकों द्वारा भ्रमण किया गया एवं ग्रहणियों को किचन में प्रयोग किए जाने वाले मसालों ,सब्जियों ,अनाज जैसे काली मिर्च, हिंग, दालचीनी, अदरक ,लहसुन, हल्दी, जीरा धनिया, सोंठ, आदि के औषधीय महत्त्व एवं प्रयोग की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के आरएमओ डॉ अतुल तोमर, शास.औषधालय नालछा दरवाजा के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ नरेश वागुल, डॉ भाग्यश्री नावडे, डॉ गायत्री मुवेल, डॉ नरेंद्र नागर एवं सहयोगी स्टाफ उपस्थित थे।
शासकीय आयुर्वेद औषधालय खंडलाई के द्वारा आयुर्वेद
*स्वास्थ्यशिविर* का आयोजन डॉ दीपिका ओहरिया के द्वारा ग्राम खड़लाई में आयोजन किया गया।
*बगीचेमेंआयुर्वेद* थीम अंतर्गत शासकीय आयुर्वेद औषधालय मोरगांव के द्वारा आमजन को औषधीय पौधों जैसे तुलसी, नीम, आवला ,के गुणो के बारे में डॉ सुभद्रा मोरे के द्वारा बताया गया ।
*दिनचर्या_में_आयुर्वेद*
शासकीय आयुर्वेद औषधालय बाकानेर के डॉ जितेंद्र चौहान के द्वारा बाकानेर में आमजन को
दिनचर्या से तात्पर्य आहार, विहार और आचरण के नियमों से है।
१) प्रातःउत्थान २) मलोत्सर्ग ३) दन्तधावन ४) नस्य ५) गण्डूष (मुँहधावन क्रिया/कुल्ले करना) ६) अभ्यंग (तैल मालिस) ७) व्यायाम ८) स्नान ९) भोजन १०) सद्वृत्त ११) निद्रा (शयन