अंर्तराष्ट्रीय योग प्रषिक्षिका गरिमा जायसवाल ने अपने भाई योग प्रषिक्षक पियूष जायसवाल को रक्षा सूत्र बांधकर शुभकामनाएं प्रेषित की
झाबुआ। शहर में 27 अक्टूबर, गुरूवार को भाई-दूज पर्व हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। इस दिन दूर एवं बाहर रहने वाले भाई भी अपनी बहनों से रक्षा सूत्र बंधवाने के लिए पहुंचे और बहनों से रक्षा सूत्र बंधवाकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। बहनों ने भाईयों को भोजन में विशेष व्यंजन से परोसदारी की। इस दिन शहर के बसंत काॅलोनी में रहने वाली अंर्तराष्ट्रीय योग प्रषिक्षिका गरिमा जायसवाल ने अपने भाई योग प्रषिक्षक पियूष जायसवाल को रक्षा सूत्र बांधा और पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की।
भाई-दूज भारतीय संस्कृति एवं परंपरा का विषेष पर्व है। रक्षाबंधन की तरह ही भाई-दूज पर भी बहन अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लेती है। भाईयों को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा करवाती है। शहर में गुरूवार को यह पर्व पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। दिनभर सोषल मीडिया पर बधाई संदेष के साथ इस दिन जिले से बाहर एवं दूरस्थ स्थानों पर रहने वाले भाई भी अपने बहनों से रक्षा सूत्र बंधवाने विषेष तौर पर पहुंचे। भाई ट्रेन, बसों में अन्य माध्यमों से लंबा सफर तय करते हुए विषेष रूप से आज के दिन पहुंचकर बहनों एवं परिवार के बड़े-बुजुर्गों से आर्षीवाद प्राप्त किया।
दाल-बाफले एवं दान-पानिये का भोजन करवाया
बहनों ने थालियां सजाकर दीपक से भाई की आरती कर, रक्षा सूत्र बांधकर एवं मिठाई तथा नाना प्रकार के व्यंजनों से मुंह मीठा करवाकर भाई-दूज की शुभकामनाएं दी। बदले में भाईयों ने बहनों को उपहार भेंट किए। बहनों ने सुंदर आसन पर भाई को बिठाकर उन्हें विशेष रूप से बने दाल-बाफले, दाल-पानिये का भोजन परोसा। बाद देर शाम बहन और परिवार के बड़े-बुजर्गों से आषीर्वाद लेने के बाद वह अपने गंतव्य स्थल की ओर रवाना हुए। पर्व को लेकर दिनभर शहर में उत्साह रहा।
गायत्री रिती-रिवाज अनुसार परंपरा पूरी की
शहर के बसंत काॅलोनी में गायत्री परिवार के युग प्रवक्ता विनोदकुमार जायसवाल की सुपुत्री गरिमा जायसवाल, जो प्रख्यात योग विष्वविद्यालय से योग की मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद भारत सहित अन्य देषों मंे भी विवि के माध्यम से होने वाले योग समारोह में योग का प्रषिक्षण दे रहीं है, वह एवं उनके भाई पियूषकुमार जायसवाल, जो भी योग की डिग्री हासिल एवं इसमें पारंगत होकर इसे लक्ष्य बनाकर जीवन में निरतंर आगे बढ़ रहे है। दीपावली पर्व पर झाबुआ पहुंचने पर दोनो ने अपने माता-पिता विनोदकुमार जायसवाल एवं श्रीमती सुजाता जायसवाल से आषीर्वाद प्राप्त किया। भाई‘-दूज के दिन गरिमा ने अपने भाई पियूष को गायत्री रिती-रिवाज अनुसार परंपरा कर रक्षा सूत्र बांधा एवं भाई को उपहार भेंट किया। इस अवसर पर आसपास के रहवासी भी मौजूद रहे। दीपावली पर्व परिवार के साथ उत्साहपूर्वक मनाने के बाद गरिमा एवं पियूष दोनो ही अपने-अपने कर्तव्य स्थल की ओर रवाना हुए।