थांदला

स्वाध्यायी सेवा की शुरुआत गुरुदेव के अशीर्वाद का प्रतिफल – जिनेन्द्रमुनि

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पर्युषण पर्व में सेवा देने वालें स्वाध्यायियों का हुआ सम्मान

थांदला। जिन शासन गौरव पूज्य गुरुदेव उमेशमुनिजी “अणु” के शुभ आशीर्वाद का प्रतिफल है कि विगत 19 वर्षों से सैकड़ो स्वाध्यायी पूज्य श्री धर्मदास जैन स्वाध्यायी संघ से जुड़कर साधु संतों के चातुर्मास विहीन क्षेत्रों में पर्युषण पर्व के दौरान अपने घर का ममत्व त्याग कर स्वाध्यायी सेवाएं देते आ रहे है। उक्त बातें पूज्य प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी ने स्वाध्यायी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही। पूज्य श्री ने कहा कि स्वाध्यायी को चाहिए कि वह गुरूदेव के साहित्य का नियमित पठन करें व विशेषकर गुरुदेव के द्वारा बनाया गया स्वाध्यायी पाठ्यक्रम समझकर व उसकी परीक्षा देकर स्वयं के ज्ञान में वृद्धि कर आत्म विकास के द्वार को खोलना चाहिए। गुरुदेव ने कहा कि स्वाध्यायियों को प्रशिक्षण देने में संत से ज्यादा सतिवृन्द पुरुषार्थ कर रही है, जिसका लाभ उठाकर सभी को उनके श्रम को सार्थक बनाना चाहिए। इस अवसर पर अणु वत्स पूज्य श्री संयतमुनिजी ने फरमाया कि स्वाध्यायी धर्म प्रभावना में गण की पूर्ति कर रहा है इसलिए उसका आचार व्यवहार भी उसी अनुरूप होना चाहिए। पूज्य श्री ने कहा कि स्वाध्यायी को पूरे वर्ष धर्म आराधना करते हुए देव – गुरु – धर्म पर अगाध श्रद्धा रखते हुए जिनवाणी व परम्परा के विपरीत कोई बात नही कहना चाहिए। गुरुदेव के धर्म प्रवचन के पश्चात मांगलिक श्रवण कर पूज्य श्री धर्मदास जैन स्वाध्यायी संघ द्वारा इस वर्ष पर्युषण पर्व में 35 स्थानों पर 34 स्थानों के के 85 स्वाध्यायीयों का 1100/- की राशि का रजाई व मच्छरदानी किट भेंट दे कर सम्मान किया। किया गया। आयोजन में झाबुआ श्रीसंघ अध्यक्ष प्रदीप रुनवाल, उपाध्यक्ष अभय रुनवाल, मंत्री कनकमल कटकानी, खरगौन श्रीसंघ अध्यक्ष ललित खिमेसरा, रतलाम श्रीसंघ पूर्वाध्यक्ष शैलेष पीपाड़ा के आतिथ्य में हुआ जिसमें अनेक स्थानों से आये स्वाध्यायीयों ने अपने अनुभव साझा किए। स्वाध्यायी संघ संचालक भरत भंसाली ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए गुरुभगवंतों के असीम उपकार मानते हुए स्वाध्यायी संघ के गठन से लेकर अब तक कि पूरी विकास यात्रा का सविस्तार वर्णन किया। इस अवसर पर उन्होनें आगामी रविवार को एक दिवसीय शिविर पूज्या श्री संयमप्रभाजी म.सा. के सानिध्य में लगानी की औपचारिक जानकरी भी दी। सह संचालक स्वाध्यायी वीरेंद्र मेहता ने सभी आगंतुक स्वाध्यायियों के प्रति आभार माना। इस अवसर पर श्रीसंघ अध्यक्ष प्रदीप रुनवाल ने सभी अतीथी मेहमानों का स्वागत सम्मान किया वही संजय इंदरमल गांधी परिवार ने आतिथ्य सत्कार का लाभ लिया।

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