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गिरनार पर्वत को दत्तात्रेय पर्वत घोषित किए जाने का विरोध

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इंदौर। देश की अहिंसक, प्रतिष्ठित, और शांतिप्रिय दिगंबर जैन समाज की आस्था एवं तीर्थंकर नेमिनाथ एवं अनेक साधु संतों की गुजरात स्थित मोक्ष स्थली गिरनार पर्वत को गुजरात सरकार के पर्यटन आयुक्त द्वारा गिरनार पर्वत का नाम बदलकर दत्तात्रेय पर्वत घोषित किए जाने का निर्णय देश की दिगंबर जैन समाज की आस्थाओं पर कुठाराघात है।
दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के मंत्री डॉक्टर जैनेंद्र जैन एवं युवा समाज प्रवक्ता राजेश जैन दद्दू ने कहा कि हम इस निर्णय की निंदा एवं विरोध करते हैं और गुजरात सरकार एवं गुजरात के पर्यटन आयुक्त से मांग करते हैं कि अविलंब इस निर्णय को वापस लिया जाए।
डॉक्टर जैन ने कहा कि गिरनार पर्वत धार्मिक, ऐतिहासिक तथ्यों और विभिन्न न्यायालयों द्वारा दिए गए निर्णय के अनुसार दिगंबर जैन समाज का अनादि निधन तीर्थ स्थल है और सम्मेद शिखर पर्वत के समान पवित्र व पूजनीय है। अतः उसे बलात दत्तात्रेय पर्वत घोषित कर हमारी आस्थाओं और मान्यताओं पर कुठाराघात नहीं किया जाए। दत्तात्रेय के अनुयायियों द्वारा पर्वत पर जैन यात्रियों से विवाद कर और उन्हें धोंस डपट देकर भय व आतंक फैलाया जाता है उसे भी रोका जाना चाहिए। इस निर्णय को यदि वापस नहीं लिया गया तो देश की समग्र दिगंबर जैन समाज संगठित होकर आंदोलन चलाएगी।

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