मेघनगर

ऑपरेशन के बाद खुशी से खिल उठे चेहरे, माता पिता के छलके आंसू

Published

on

रोहित में चलाया मोबाइल,मुसेब का हाथ, रोहित के दोनों पैर हुए सीधे तो कार्तिक के होटो पर लोट आई मुस्कान

मेघनगर नावेद रजा। मानव सेवा के लिए आगे आए हाथ जरूरतमंदों के लिए किसी वरदान से कम नहीं ऐसी ही मानव सेवा, माधव सेवा मेघनगर जीवन ज्योति हॉस्पिटल एवं रोटरी क्लब अपना द्वारा चतुर्थ निशुल्क प्लास्टिक सर्जरी शिविर में देखने को मिल रही है। 1 नवंबर से 9 नंवबर तक चल रहे निशुल्क शिविर मैं अभी तक 135 मरीजों ने अपना पंजीयन करवाया अधिकतर मरीज किसी दुर्घटना में जलने झुलसने व चेहरे पर अमिट निशान हाथ पैर के टेढ़े मेढ़े होना ,आग में झुलसने की वजह से गर्दन का चिपकना जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे. ऑपरेशन हेतु स्कर्निग के बाद प्लास्टिक सर्जरी के लिए 35 केस तो वही आर्थोपेटिक सर्जरी के लिए 36 कुल 80 मे से 71 मरीज मेडिकल फिटनेस ऑपरेशन के लिए चयनित हुए हैं इसमें से आर्थोपेडिक के 13 ऑपरेशन प्लास्टिक सर्जरी के 12 ऑपरेशन कुल 5 नवंबर तक 25 केस पूर्ण कर 10 पेशेंट को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है।

जर्मनी से आई 10 विशेषज्ञों की टीम

जीवन ज्योति हॉस्पिटल के संचालक फादर पि ए थॉमस एवं शिविर संयोजक भरत मिस्त्री ने जानकारी देते हुए बताया कि जर्मनी से 10 विशेषज्ञों की टीम आई है, जो डॉ. बारबरा के नेतृत्व में ऑपरेशन कर रही है। जीवन ज्योति हॉस्पिटल द्वारा निशुल्क जांच उपचार ऑपरेशन के साथ दो ऑपरेशन थिएटर 20 निजी कमरे रहने व ठहरने के प्राइवेट रूम 2 हॉल 20 नर्स का स्टाफ के साथ विशेषज्ञ स्थानीय डॉक्टर एवं डॉक्टर तोमर जर्मनी से आए डॉक्टरों के साथ बेहतर स्थानीय भाषा को समझने एवं उपचार में तालमेल बना रहे हैं वही मरीजों के साथ अटेंडरों के के भोजन रहना अन्य सुविधाओं के लिए रोटरी क्लब अपना मेघनगर के समस्त सदस्य शिविर को सफल बना करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं।उक्त शिविर में विशेष रुप से रोटरी क्लब मंडल 3040 के वरिष्ठ पी डी जी धीरेंद्र दत्ता , डी जी इन नोमनी असिन मलिक, भोपाल से पधारी समाज सेविका वनीताअवस्थी एवं वरिष्ठ रोटेरियन सुशील मल्होत्रा के साथ रोटेरियन सुनील भी शिविर की सेवाओं को करीब से देख तारीफ़ कर चुके है।

केस-1 सबसे बड़ा ऑपरेशन अभी तक रोहित का हुआ है 4 साल के इस मासूम का गला कंधा आग में झुलसने की वजह से चिपक गया था बाजना के समीप ग्राम में रहने वाले कृषक परिवार में कई जगह इलाज की कोशिश की लेकिन ऑपरेशन का खर्च ज्यादा होने की वजह से वह ऑपरेशन नहीं करा पाए फिर उम्मीद की आस जगी और वर्तमान में चल रहे निशुल्क रोटरी क्लब शिविर में रोहित का 9 घंटे तक चला ऑपरेशन सफल रहा रोहित बाहर आने के बाद होस में आते ही अपने दादा और दादी से गले लगा व मोबाइल को हाथ में लेकर भजन सुनने लगा। सर्जन स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने बताया कि यह सर्जरी 22 लाख रुपए की थी जो निशुल्क की गई है।

केस-2 थांदला के समीप ग्राम चिकलिया के निरंजन के दोनों पैर जन्म से मुड़े हुए थे 4 वर्ष के बालक को चलने में काफी तकलीफ होती थी पिता ने बड़ौदा अहमदाबाद झाबुआ कई जगह स इलाज के लिए परेशान होते रहे दो लाख से अधिक का खर्चा बताया तब जाकर निशुल्क रोटरी शिविर पिता ने निःषुल्क इलाज कराया अब निरंजन के पैर सीधे दिखाई दे रहे हैं।

केस 3- गुजरात के देवगढ़ बारिया का 7 वर्षीय मुसेब का एक हाथ जन्म से आपस में चिपका हुआ था मुसेब के पिता ने बताया कि सर्जरी में 5 लाख रुपये का खर्च है वे मात्र ₹7 हजार माह में किराना दुकान पर काम करते हैं उनके लिए इतनि बड़ी सर्जरी ऑपरेशन करवाना संभव नहीं था फिर उन्होंने रोटरी क्लब निःषुल्क शिविर के बारे में पता कर यहां मुसैफ का निःषुल्क ऑपरेशन हुआ अब मुसेब का हाथ सीधा व ठीक होने बाद पिता की आँख से खुशी के आंसू भर आए।

केस 4- रुबीना जो कि होशंगाबाद जिले के पंचमणि की रहने वाली है रुबीना खाना बनाने को दौरान गैस चूल्हे की आग से एक दुर्घटना का शिकार हो गई थी उसके बाद उन्हें गर्दन कंधे व अन्य जगह आग से झुलसने की वजह से चमड़ी चिपक गई थी रुबीना की 2019 में भी इसी कैंप में निशुल्क सर्जरी हो चुकी है अब एक सर्जरी इस वर्ष 2022 में हुई है रुबीना अब स्वस्थ होकर कैंप आयोजकों को धन्यवाद दे रही है।

केस 5- थांदला के समीप सुजापुरा के रहने वाला 5 वर्षीय कार्तिक के पिता गुजरात में नगर पालिका में अस्थाई रूप से कचरा वाहन चालक का कार्य करते हैं कार्तिक के होठ एवं जबड़े के अंदर का भाग खुला हुआ होने की वजह से उसे खाना खाने बोलने हंसने में दिक्कत होती थी कार्तिक की सफल सर्जरी में 4 घंटे का वक्त लगा अब कार्तिक पूर्ण रूप से स्वस्थ है अब कार्तिक के उसके चेहरे की मुस्कान लौट आई है।

Trending