अकादमिक व्यवस्था में अभिनव प्रयोग कर जिले ने अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया
डिजिटल एजुकेशन पर सेमिनार का आयोजन
रतलाम / अकादमिक व्यवस्था में अभिनव प्रयोग कर जिले ने अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। कोरोना काल में आनलाइन शिक्षण की कोशिश करने की पहल भी सराहनीय रही।
सीएम राइस विनोबा विद्यालय रतलाम में शिक्षा विभाग की ओर से डिजिटल एजुकेशन पर एक सेमिनार का आयोजन कर उक्त कार्यों की सराहना की गई। सेमिनार में श्री गजेंद्र सिंह राठौर, श्री आर.एन. केरावत, श्री राकेश जादोन, श्री गिरीश सारस्वत ने कोरोना काल जैसी परिस्थितियों एवम नई शिक्षा नीति के परिप्रेक्ष्य में ऑनलाइन क्लासेस तथा डिजिटल एजुकेशन के महत्व को रेखांकित किया। सेमिनार में शिक्षा विभाग के शासकीय विद्यालयों के लिए सत्र 2020-21 एवं 21- 22 में जिला स्तरीय ऑनलाइन क्लासेस लेने वाले मास्टर ट्रेनर्स का सम्मान समारोह संपन्न हुआ।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2021 से फरवरी 2022 तक कोरोना काल को देखते हुए जिले के शिक्षा विभाग ने अभिनव प्रयोग करते हुए कक्षा नवी एवं दसवीं के विद्यार्थियों के लिए जिला स्तरीय ऑनलाइन क्लासेस का संचालन किया था, जिसमें जिले के विभिन्न विषयों के उच्च कोटि के विषय विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन मार्गदर्शन दिया था। मास्टर ट्रेनर्स को सम्मानित करने के उपरांत मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी श्री के.सी. शर्मा ने अपने उद्बोधन में समस्त मास्टर ट्रेनर्स के समर्पित भाव से ऑनलाइन क्लासेस लेने के कार्य की प्रशंसा की एवं आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी जिले के एकेडमिक अभिनव प्रयोगों में सहयोग मिलता रहेगा। कार्यक्रम का संचालन सीएम राईज उपप्राचार्य श्री गजेंद्र सिंह राठौर ने किया।
इनका हुआ सम्मान
आरंभ में ऑनलाइन क्लासेस समन्वयक श्री जितेंद्र जोशी ने इस प्रोजेक्ट की पृष्ठभूमि एवं क्रियान्वयन पर प्रकाश डाला। सम्मान समारोह में मास्टर ट्रेनर श्री आर.एन. केरावत, श्री गिरीश सारस्वत, कल्पना कांबली, श्री कमल सिंह राठौर, श्री राकेश जादोन, श्री आर.सी. पाठक, सीमा अग्निहोत्री, मधु भदौरिया, श्री प्रमोद भट्ट, मंजुलिका खरे, मोनिका शर्मा, श्री संतोष पाटीदार, श्री प्रदीप शर्मा, श्री संजय सेन, संध्या सिसोदिया, श्री रोहित शर्मा सहित अन्य मास्टर ट्रेनर का सम्मान किया गया, जिन्होंने कोविड की परिस्थितियों में जिला स्तर से हजारो विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाया। कार्यक्रम के अंत में आभार सीएम राइस प्राचार्य संध्या वोरा ने व्यक्त किया।